दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (आप) के साथ गठबंधन को लेकर लगातार बनी हुई ऊहापोह की स्थिति के बीच कांग्रेस की दिल्ली इकाई ने सभी सात सीटों के लिए संभावित उम्मीदवारों के पैनल बनाए हैं जिन्हें स्क्रीनिंग कमेटी के समक्ष रखा जाएगा। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने हर सीट पर तीन-चार नामों का पैनल तैयार किया है जिनमें दिल्ली कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं के नाम भी शामिल हैं। दिल्ली में सभी सात सीटों के लिए 12 मई को वोट डाले जाएंगे। 23 मई को मतगणना होगी।
दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के गठबंधन पर दिल्ली कांग्रेस प्रमुख शीला दीक्षित ने कहा कि, ‘यह सिर्फ कुछ घंटों की बात है और इस पर आपको सूचना मिल जाएगी, आज शाम तक या फिर कल तक। एक आधिकारिक सूचना जारी कर दी जाएगी।’ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि गठबंधन पर शीला दीक्षित की बात मान ली गई है और राहुल गांधी गठबंधन नहीं करने का मन बना चुके हैं।
Delhi Congress chief Sheila Dikshit on possible alliance between Congress and Aam Aadmi Party (AAP) in Delhi: You will get to know about it in a matter of few hours, by this evening or by tomorrow. There will be an official announcement. pic.twitter.com/7PLB7S6DZp
— ANI (@ANI) March 31, 2019
दिल्ली कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने समाचार एजेंसी ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘दिल्ली की सभी सात सीटों की उम्मीदवारी के लिए करीब 80 संजीदा दावेदारों के आवेदन आए थे। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने इनमें से संभावित उम्मीदवारों के नामों का पैनल बनाया है।’ उन्होंने इन पैनल में शामिल वरिष्ठ नेताओं के नाम बताने से इनकार किया, हालांकि यह कहा, ‘इन पैनल में कई वरिष्ठ नेता हैं जो दिल्ली की राजनीति और कांग्रेस के बड़े नामों में गिने जाते हैं।’
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘हर सीट में तीन या चार संभावित उम्मीदवारों के पैनल बनाए गए हैं। आने वाले दिनों में स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक के समक्ष इन नामों को रखा जाएगा।’ यह पूछे जाने पर कि क्या अब दिल्ली में कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन की संभावना खत्म हो गई है तो उन्होंने कहा, ‘प्रदेश कांग्रेस कमेटी के स्तर से गठबंधन की संभावना को पहले भी खारिज किया गया था और आज भी हमारा यही रुख है कि अरविंद केजरीवाल के साथ गठबंधन नहीं हो सकता।’
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी (आप) के साथ गठबंधन को लेकर दिल्ली कांग्रेस के नेताओं में दो राय सामने आई है। पिछले दिनों कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ बैठक के दौरान डीपीसीसी अध्यक्ष शीला दीक्षित और तीनों कार्यकारी अध्यक्षों राजेश लिलोठिया, देवेंद्र यादव और हारून यूसुफ तथा पूर्व अध्यक्ष जेपी अग्रवाल ने गठबंधन का विरोध किया तो अजय माकन, सुभाष चोपड़ा, अरविंदर सिंह लवली तथा कुछ अन्य नेताओं ने तालमेल के पक्ष में राय जाहिर की। (इंपुट: भाषा के साथ)