अर्नब गोस्वामी के चैनल रिपब्लिक टीवी और NDTV ने गलती से मृत शिवसेना नेता को ‘खराब वास्तु’ स्टोरी के लिए जिंदा कर दिया

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अर्नब गोस्वामी के रिपब्लिक टीवी और एनडीटीवी ने एक मृत शिवसेना नेता को ‘खराब वास्तु’ के एक स्टोरी के लिए आश्चर्यजनक रूप से जिंदा कर दिया। जी हां, आपको यह सुनकर भले ही हैरानी हुई हो, लेकिन जब आप पूरी कहानी पढ़ेंगे तो आपको पूरा माजरा समझ में आ जाएगा। दरअसल, महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी द्वारा निकाले गए लॉटरी के एक विजेता ने मुंबई जैसे शहर में खराब ”वास्तु” का हवाला देते हुए अपने जीते हुए करोड़ों रुपये के महंगे फ्लैट को छोड़ दिया।

बृहन्मुंबई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (BMC) में शिवसेना के मुखिया विनोद शिर्के ने पिछले साल दिसंबर में 4.99 करोड़ रुपये और 5.08 करोड़ रुपये को दो फ्लैट जीते थे। बीएमसी अधिकारी ने कहा कि उन्होंने अपने सलाहकार के सुझाव पर खराब वास्तु का हवाला देते हुए महंगे फ्लैट को त्यागने का फैसला किया है।

इस खबर को सभी अंग्रेजी प्रमुख मीडिया संस्थानों में चलाया, लेकिन ऐसा लग रहा है कि रिपब्लिक टीवी और NDTV खबर चलाने को लेकर कुछ ज्यादा ही जल्दी में थे।

इन दोनों प्रमुख मीडिया संस्थानों ने विनोद शिर्के की स्टोरी में गलती से शिवसेना नेता आनंद दिघे की तस्वीर लगा दी, जिनकी 2011 में ही मौत हो चुकी है। एनडीटीवी ने अपनी वेबसाइट पर स्वर्गीय आनंद दिघे की तस्वीर लगाते हुए फोटो क्रेडिट फेसबुक को दिया है।

इसमें कहा गया है कि फोटो क्रेडिट: facebook.com/Vinod.Vishnu.Shirke. हालांकि, शायद उन्होंने पहचान नहीं पाया कि वह फोटो विनोद शिर्के की नहीं, बल्कि स्वर्गीय आनंद दिघे की है।

अन्य मीडिया संस्थानों ने सतर्कता बरतते हुए दिखाई दिए और उन्होंने शिर्के की असली तस्वीर लगाई। डीएनए वेबसाइट ने सही तस्वीर का उपयोग करते हुए शिर्के पर कहानी को आगे बढ़ाया।

यह आश्चर्यजनक है कि मुंबई में अपने विशाल संपादकीय संसाधनों के साथ कार्यरत रिपब्लिक टीवी और एनडीटीवी जैसे मीडिया संस्थानों से भी इस तरह की गलती हो सकती है।

50 वर्षीय आनंद दिघे का 2001 में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। नाराज उनके समर्थकों ने ठाणे स्थित उस अस्पताल को आग लगा दी थी, जहां उनका इलाज चल रहा था।

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