‘जनता का रिपोर्टर’ ने पिछले साल के तेलंगाना विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के घोषणा पत्र पर फर्जी खबरों के लिए अर्नब गोस्वामी को बेनकाब किया था। इस बीच अब गोस्वामी के ‘सलाहकार’ के रूप में प्रसिद्ध और रिपब्लिक टीवी के एंकर मेजर (रिटायर्ड) गौरव आर्य द्वारा ट्विटर पर एक फर्जी वीडियो पोस्ट करने के बाद चैनल को एक बार फिर सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा ट्रोल का सामना करना पड़ा रहा है।
इस समय रिपब्लिक टीवी के साथ जुड़े मेजर गौरव आर्य अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने लिखा था कि 27 फरवरी को बलूच गणराज्य सेना के स्वतंत्रता सेनानियों ने मंड क्षेत्र, जिला केच, बलूचिस्तान में तीन पाकिस्तानी सेना चौकियों पर हमला किया। इतना क्रूर हमला था कि फ्रंटियर कोर के सैनिक भाग खड़े हुए। बाद में उन्हें पाक सेना एसएसजी द्वारा पकड़ा गया और बेरहमी से उनकी पिटाई की गई। वह भी बिना कपड़ों के।
आर्य के ट्वीट के मतलब यह है कि बलूच विद्रोहियों ने पाकिस्तानी सेना के तीन पाक चौकियों पर हमला किया था, जिससे वहां के सैनिक भाग खड़े हुए। आर्य के दावों के अनुसार, पाकिस्तानी सेना के फ्रंटियर कोर के सैनिकों को बाद में पाकिस्तानी सेना की SSG इकाई द्वारा पकड़ लिया गया और उनकी बेरहमी से मारपीट कर सजा दी गई।
On 27 Feb freedom fighters of Baloch Republic Army attacked 3 Pak Army posts in Mand area, Distt Kech, Balochistan. So ferocious was the attack that soldiers of Frontier Corps ran away. They were caught by Pak Army SSG & thrashed brutally. See Pak Army without clothes ? pic.twitter.com/9faFdSV8gz
— Major Gaurav Arya (Retd) (@majorgauravarya) March 14, 2019
आर्य के अनुसार, पाकिस्तानी सेना की चौकियों पर बलूच विद्रोहियों द्वारा हमला इसी साल 27 फरवरी को किया गया था। हालांकि, उसी वीडियो को 5 फरवरी 2019 को ही यूट्यूब पर अपलोड किया जा चुका था। इससे यह स्पष्ट रूप से दिख रहा है कि आर्य के दावों में कोई सच्चाई नहीं है। आर्य के दावे के अनुसार, यदि घटना 27 फरवरी को हुई, तो 5 फरवरी को ही यह वीडियो कैसे अपलोड कर दिया गया था? यूट्यूब पर अपलोड इस वीडियो के शीर्षक में लिखा है कि पाक सेना एसएसजी की ट्रेनिंग। पाकिस्तान में दुनिया का सबसे खतरनाक ट्रेनिंग।
पाकिस्तानी सेना द्वारा SSG कमांडो ट्रेनिंग के ऐसे ही कई अन्य वीडियो भी अपलोड किए गए हैं, जो करीब एक वर्ष से अधिक पुराने हैं।
इस बीच की सोशल मीडिया यूजर्स ने आर्य से इस वीडियो को डिलीट करने को कह रहे हैं, लेकिन उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया है। बता दें कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने गत वर्ष तेलंगाना विधानसभा चुनाव के दौरान एक रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस और टीआरएस पर हमला बोलने के लिए अर्नब गोस्वामी के ‘फर्जी खबरों’ का सहारा लिया था।
अपने संबोधन के दौरान अमित शाह ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस ने अपने मेनिफेस्टो (घोषणा पत्र) में मस्जिद और चर्चों में तो मुफ्त में बिजली देने का वादा किया है, लेकिन मंदिर में नहीं। बीजेपी अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि टीआरएस और कांग्रेस दोनों ही दल अल्पसंख्यकों का वोट हासिल करने के लिए तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है। हालांकि, ‘जनता का रिपोर्टर’ ने गोस्वामी के दावों को खारिज कर दिया था।