तेलंगाना विधानसभा चुनाव के मद्देनर राज्य में सात दिसंबर को मतदान होने हैं। ऐसे में राजनीतिक पार्टियों के एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप जारी हैं। इस बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार (2 दिसंबर) को तेलंगाना विधानसभा चुनाव से पहले नारायणपेट में एक रैली को संबोधित किया। इस दौरान अमित शाह ने कांग्रेस और टीआरएस पर हमला बोलने के लिए ‘रिपब्लिक टीवी’ के संस्थापक और एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी के ‘फर्जी खबरों’ का सहारा लिया।
अपने संबोधन के दौरान अमित शाह ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस ने अपने मेनिफेस्टो (घोषणा पत्र) में मस्जिद और चर्चों में तो मुफ्त में बिजली देने का वादा किया है, लेकिन मंदिर में नहीं। बीजेपी अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि टीआरएस और कांग्रेस दोनों ही दल अल्पसंख्यकों का वोट हासिल करने के लिए तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है।
अमित शाह ने कहा कि एक तरफ टीआरएस सरकारी नौकरियों में अल्पसंख्यकों को आरक्षण देने का वादा करती है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस गवर्नमेंट कॉन्ट्रैक्ट में अल्पसंख्यकों को आरक्षण देने की बात करती है। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस के घोषणापत्र में मस्जिद और चर्च के लिए तो मुफ्त बिजली का वादा किया गया है। उससे हमें कोई आपत्ति नहीं है लेकिन आप मंदिरों का बिजली बिल क्यों नहीं भरोगे? मंदिरों का भी भरना चाहिए या नहीं?
#AmitShah in Narayanpet, Telangana: Congress in its manifesto promised free electricity to Masjids and Churches but not for Temples. Both TRS and Congress are engaged in minority appeasement pic.twitter.com/dChSXMobtX
— ANI (@ANI) December 2, 2018
बीजेपी चीफ ने यह भी दावा किया कि ओवैसी के डर के चलते केसीआर सरकार 17 सितंबर को लिबरेशन डे नहीं मनाती है। उन्होंने कहा कि यह मुकाबला त्रिकोणीय होने जा रहा है, जिसमें एक ओर टीआरएस और चंद्रशेखर राव हैं, जिन्होंने पहले ही एआईएमआईएम के सामने घुटने टेक दिए हैं और दूसरी ओर कांग्रेस जो पाकिस्तान के आर्मी चीफ के गले मिलते हैं और तीसरी तरफ प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रवादी पार्टी हैं।
कांग्रेस के खिलाफ अमित शाह इन झूठों आरोपों के जरिए रैली में मौजूद जनता का ध्यान तो अपनी पार्टी की ओर आकर्षित करने में सफल रहे, लेकिन शायद वहां मौजूद लोगों को पता नहीं था कि बीजेपी अध्यक्ष के आरोप फर्जी है। दरअसल, ऐसा लगता है कि कथित तौर पर अमित शाह रिपब्लिक टीवी के संपादक अर्नब गोस्वामी द्वारा दी गई स्क्रिप्ट को पढ़ रहे थे।
आपको बता दें कि हाल ही में अर्नब गोस्वामी को तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के तथाकथित घोषणा पत्र को लेकर फर्जी खबर दिखाए जाने पर आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। नीचे वीडियो में आप देख सकते हैं कि अर्नब गोस्वामी ने पिछले दिनों अपने डिबेट में जिस प्रकार से कांग्रेस के खिलाफ फर्जी खबर चलाकर तेलंगाना की जनता को गुमराह किया था, ठीक वही दावा अमित शाह ने भी अपने संबोधन में किया।
अर्नब गोस्वामी और अमित शाह कांग्रेस के घोषणापत्र को लेकर जितने भी आरोप लगाए हैं, कांग्रेस द्वारा इन दावों को खारिज कर दिया गया है। कांग्रेस का कहना है कि ऐसा लग रहा है कि अमित शाह बिना जांच पड़ताल के अर्नब गोस्वामी द्वारा दी स्क्रिप्ट को पढ़ते लगे गए। जबकि कांग्रेस की घोषणा पत्र में मंदिरों, मस्जिदों, चर्चों सहित सभी पूजा स्थलों में मुफ्त बिजली देने का वादा किया गया है।
जानकारों का आरोप है कि अर्नब गोस्वामी और अमित शाह ने वोटों का ध्रुवीकरण करने के लिए ये फर्जी आरोप लगाए। अर्नब और शाह के दावों के विपरित तेलंगाना में कांग्रेस के घोषणा पत्र में किए गए वादों के बारे में आप यहां क्लिक कर पूरी सच्चाई जान सकते हैं।