आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस जनता के बीच लगातार नए-नए वादे कर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को बैकफुट पर लाकर खड़ा कर दिया है। सोमवार को छत्तीसगढ़ की रैली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 2019 का चुनाव जीतने पर यूनिवर्सल इनकम गारंटी (UBI) के तहत मिनिमम इनकम गारंटी का वादा किया। इसके एक दिन बाद मंगलवार (29 जनवरी) को एक नया दांव खेलते हुए वादा किया कि अगर लोकसभा चुनाव वाद कांग्रेस केंद्र की सत्ता में आई, तो बरसों से लटका हुआ महिला आरक्षण बिल वरीयता के आधार पर पारित कर दिया जाएगा।

राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद उनकी पार्टी के सत्ता में आने पर महिला आरक्षण विधेयक वरीयता के आधार पर पारित कराया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘2019 का चुनाव जीतने पर पहली चीज हम यह करेंगे कि संसद में महिला आरक्षण विधेयक पारित कराएंगे।’ अधिक महिला उम्मीदवारों की जरूरत का एक पार्टी कार्यकर्ता द्वारा सुझाव दिए जाने पर राहुल ने यह बात कही।
गौरतलब है कि इस विधेयक का उद्देश्य लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान करना है। इस मुद्दे पर आमराय नहीं बन पाने के चलते यह विधेयक लंबे समय से लंबित है। बता दें कि इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष ने सोमवार (28 जनवरी) को लोकसभा चुनाव से पहले बड़ा वादा किया। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को मिली जीत के बाद पहली बार राजधानी रायपुर पहुंचे राहुल ने कहा कि लोकसभा चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस पार्टी देश के हर गरीब को ‘न्यूनतम रोजगार गारंटी’ देगी।
राहुल ने यहां किसानों की एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस ने देश को हरित क्रांति, श्वेत क्रांति, संचार क्रांति दिया, और बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया। गांधी ने कहा, “अब कांग्रेस ने एक ऐतिहासिक निर्णय लिया है। हम एक ऐतिहासिक फैसला लेने जा रहे हैं, जो दुनिया की किसी भी सरकार ने नहीं लिया है। 2019 का चुनाव जीतने के बाद देश के हर गरीब को कांग्रेस पार्टी की सरकार न्यूनततम आमदनी गारंटी देगी। हर गरीब व्यक्ति के बैंक खाते में न्यूनतम आमदनी रहेगी।”