पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. मनमोहन सिंह ने मंगलवार को एक बार फिर से पीएम मोदी पर हमला बोला है। उन्होंने मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खिल्ली उड़ाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के रूप में उन्हें प्रेस से बात करने में कभी डर नहीं लगा।
दरअसल, मंगलवार को दिल्ली में अपनी पुस्तक ‘चेंजिंग इंडिया’ के लॉन्च के बाद मनमोहन सिंह ने कहा, मैं कोई ऐसा प्रधानमंत्री नहीं था, जिसे प्रेस से बात करने में डर लगता हो। मैं नियमित तौर पर प्रेस से मिलता था, और जब भी मैं विदेश दौरे पर जाता था, लौटने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन जरूरी बुलाता था। उन्होंने कहा, उन तमाम संवाददाता सम्मेलनों को इस पुस्तक में वर्णित किया गया है।
उन्होंने आगे कहा कि 1991 में भारत के वित्त मंत्री थे, तो वह अपनी मदद से संकट को “महान अवसर” में बदलने में सफल रहे। उन्होंने कहा कि जीवन एक बड़ा एडवेंचर और जोखिम भरी रही है, जिसे मैं पसंद करता हूं। मुझे कोई पछतावा नहीं है। मुझे इस देश ने जो दिया है, उसे मैं कभी वापस नहीं कर पाऊंगा। जीवन के कुछ समय काफी स्मूथ रहे हैं और कुछ उतार-चढ़ाव वाले भी।
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने कहा, लोग कहते हैं कि मैं एक मौन प्रधानमंत्री था, लेकिन यह किताब उन्हें इसका जवाब देगी। मैं प्रधानमंत्री के रूप में अपनी उपलब्धियों का बखान नहीं करना चाहता, लेकिन जो चीजें हुई हैं, वे पांच खंडों की इस पुस्तक में मौजूद हैं।
बता दें कि मनमोहन का बयान ऐसे समय में आया है, जब इसके पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी प्रधानमंत्री के अबतक के कार्यकाल के दौरान एक भी संवाददाता सम्मेलन आयोजित न करने के लिए मोदी का मजाक उड़ाया है।
कुछ दिनों पहले राहुल गांधी ने हैदराबाद में संवाददाता सम्मेलन करने के बाद एक ट्वीट में कहा था कि, ‘प्रिय मोदी जी, अब तो प्रचार खत्म हो चुका है, उम्मीद है कि अब आप कुछ समय अपने पार्टी टाईम जॉब प्रधानमंत्री के तौर पर बिताएंगे। आपको प्रधानमंत्री बने 1654 दिन हो गए हैं, लेकिन आपने अभी तक कोई प्रेस कांफ्रेंस नहीं की। हमने आज हैदराबाद में प्रेस कांफ्रेंस की थी, उसकी तस्वीरें देखिए। आप भी करके देखिएगा। मज़ा आता है जब लोग आपसे सीधे और तीखे सवाल पूछते हैं।’
गौरतलब है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने सत्ता में आने के पिछले करीब साढ़े 4 वर्षों के दौरान एक बार भी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं किया है। प्रधानमंत्री के विदेश दौरों, महत्वपूर्ण घटनाक्रमों, घोषणाओं या किसी अन्य समय पर भी पीएम ने कभी पत्रकारों का सम्मेलन नहीं बुलाया है। अलबत्ता इन वर्षों में उन्होंने इक्का-दुक्का मौकों पर जरूर अखबार या टीवी चैनलों के पत्रकारों को साक्षात्कार दिया है।