हमेशा अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने शक्तिकांत दास को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) का नया गवर्नर नियुक्त करने पर सरकार के फैसले पर असमति जताई है। उन्होंने बुधवार को कहा कि वह इस फैसले के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है।
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा, ‘शक्तिकांत दास को आरबीआई गवर्नर बनाना गलत है। उन्होंने पी चिदंबरम के साथ मिलकर भ्रष्टाचार में सहयोग किया और उन्हें कोर्ट से भी बचाते रहे। मुझे नहीं पता कि यह क्यों किया गया, मैंने इस फैसले के खिलाफ प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखा है।’
BJP MP Subramanian Swamy: Shaktikanta Das being appointed as RBI Governor is wrong, he has worked closely in corrupt activities with P Chidambaram and even tried to save him in court cases. I don't know why this was done, I have written a letter to PM against this decision. pic.twitter.com/FuFEP9OAsu
— ANI (@ANI) December 12, 2018
बता दें कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी शक्तिकांत दास को मंगलवार (11 दिसंबर) को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) का नया गवर्नर नियुक्त किया गया। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि, कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने आर्थिक मामलों के विभाग के पूर्व सचिव शक्तिकांत दास को रिजर्व बैंक के गवर्नर पद पर तीन साल के लिए नियुक्ति को मंजूरी दे दी।
शक्तिकांत दास मई 2017 में वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामले विभाग के सचिव पद से सेवानिवृत हुए थे। रिजर्व गवर्नर के पद पर उनकी नियुक्ति तीन साल के लिए की गई है। दास 1980 बैच के तमिलनाडु काडर के आईएएस अधिकारी हैं। वह रिजर्व बैंक के 25वें गवर्नर होंगे। वह उर्जित पटेल का स्थान लेंगे जिन्होंने सोमवार को अप्रत्याशित रूप से अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
रिपोर्ट के मुताबिक, शक्तिकांत दास को पीएम नरेंद्र मोदी का करीबी माने जाते है। नोटबंदी और गुड्स ऐंड सर्विसेज टैक्स (GST) जैसे आर्थिक फैसलों का श्रेय भी काफी हद तक इन्हें ही दिया जाता है। माना जाता है कि मोदी सरकार के सत्ता संभालने के बाद से ही वह जीएसटी को लागू करने पर जोर दे रहे थे।
बता दें कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के गवर्नर उर्जीत पटेल ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, पटेल ने अपने इस्तीफे के पीछे निजी कारणों का हवाला दिया था। गौरतलब है कि पिछले लंबे समय से आरबीआई और केन्द्र सरकार के बीच तनातनी की खबरे सामने आ रही थीं। पिछले कई दिनों ऐसी खबरें भी आ रही थी कि उर्जीत पटेल अपने पद से इस्तीफा दे सकते है।