VHP की धर्म सभा से पहले किले में तब्दील हुई अयोध्या, अनहोनी की आशंका के मद्देनजर घर छोड़ रहे हैं मुस्लिम परिवार

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अयोध्या में राम मंदिर के लिए विश्व हिंदू परिषद (VHP) के प्रस्तावित कार्यक्रम के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है। भगवा कैंप के शक्ति प्रदर्शन से एक दिन पहले अयोध्या को सुरक्षाबलों ने किले में तब्दील कर दिया है। बड़ी तादाद में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे लगाए गए हैं। वीएचपी के धर्म सभा के आयोजकों का दावा है कि भगवान राम के तीन लाख से अधिक भक्तों के इस सभा में आने की उम्मीद है। वर्ष 1992 में बाबरी मस्जिद को ढहाए जाने के बाद अयोध्या में यह सबसे बड़ा जमावड़ा माना जा रहा है।

(Deepak Gupta/HT Archive)

यही वजह है कि 1992 की तरह किसी अनहोनी की आशंका के मद्देनजर कई मोहल्लों के मुस्लिम परिवार अपना घर छोड़कर कहीं दूसरे स्थान पर जाने को मजबूर हैं। लोगों को डर है कि शिवसेना और वीएचपी के लोग अगर 1992 जैसा कोई कदम उठाते हैं तो पुलिस प्रशासन उनकी सहायता नहीं कर पाएगी। लोगों का कहना है अगर यहां कितनी भी बड़ी संख्या में पुलिस-प्रशासन मौजूद रहेगी तो भी कोई फायदा नहीं है, क्योंकि हम 1992 में धोखा खा चुके हैं।

हालांकि, अयोध्या में पुलिस-प्रशासन मुस्तैद है, फिर भी अयोध्यावासी आशंकित हैं। वीएचपी और शिवसेना के अयोध्‍या कूच से लोगों को अनहोनी की आशंका घर करने लगा है। जहां एक तरफ अयोध्या में वीएचपी धर्मसभा को लेकर तैयारी तो शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के पहुंचने से स्थिति तनावपूर्ण है। आपको बता दें कि अयोध्या में आयोजित हो रही धर्मसभा में हिस्सा लेने के लिए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे अपने आवास से रवाना हो गए हैं। जानकारी के मुताबिक अयोध्या-फैजाबाद शहर के सभी होटल फुल हो चुके हैं।

उत्तर प्रदेश पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि एक अपर पुलिस महानिदेशक, एक पुलिस उप-महानिरीक्षक, तीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, 10 अपर पुलिस अधीक्षक, 21 पुलिस उपाधीक्षक, 160 इंस्पेक्टर, 700 कांस्टेबल, 42 कंपनी पीएसी, पांच कंपनी आरएएफ, एटीएस कमांडो और ड्रोन तैनात किए गए हैं। अयोध्या के मेयर रिषीकेश उपाध्याय ने समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा को बताया कि पुलिस और जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए हैं।

उन्होंने बताया कि धर्म सभा के मद्देनजर 13 जगहों पर पार्किंग की व्यवस्था की गयी है । शिवसेना को रैली करने की इजाजत सरकार ने नहीं दी है। बढ़ती ठंड के बीच धर्म सभा के आयोजन से धार्मिक नगरी अयोध्या में राजनीतिक गर्मी बढ़ गई है। हाल ही में जारी एक पर्चे में विहिप ने मंदिर निर्माण की बात जोर शोर से उठाई है। इसमें लिखा गया है, ‘सौगंध राम की खाते हैं, हम मंदिर भव्य बनाएंगे।’

विहिप के मीडिया प्रभारी अंबुज ओझा ने बताया कि अब समय आ गया है कि जहां इस समय राम लला विराजमान हैं, वहां मंदिर निर्माण हो और अयोध्या की सांस्कृतिक सीमा के भीतर कोई मस्जिद भी नहीं होनी चाहिए। विहिप के प्रांत संगठन मंत्री (अवध) भोलेन्द्र ने एक बयान में कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए यह अंतिम धर्म सभा होगी। इसके बाद कोई धर्म सभा नहीं होगी और मंदिर निर्माण शुरू होगा। गौरतलब है कि राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है।

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