अगले महीने दिसंबर में होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राज्य में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को बड़ा झटका लगा है। राजस्थान सरकार में मंत्री और कद्दावर नेता सुरेंद्र गोयल द्वारा अपने पद और पार्टी दोनों से इस्तीफा देने के बाद बीजेपी के एक और विधायक ने टिकट नहीं मिलने पर बगावत की राह अपनाते हुए पार्टी छोड़ दी है। आपको बता दें कि विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी द्वारा जारी पहली लिस्ट में दोनों का नाम शामिल नहीं था।
Express Photo by Rohit Jain Parasजन-स्वास्थ्य अभियांत्रिकी और भूजल मंत्री सुरेंद्र गोयल पहले ही त्यागपत्र दे चुके हैं। गोयल के बाद अब नागौर से विधायक हबीबुर्रहमान ने भी अपना इस्तीफा मंगलवार (13 नवंबर) को पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष को ईमेल कर दिया है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पहली सूची में अपना नाम नहीं पाने वाले पार्टी के कई अन्य विधायक भी निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी में है। पार्टी ने विधानसभा चुनाव के लिए 131 विधायकों की पहली सूची रविवार देर रात जारी की। इसमें पार्टी ने अपने मौजूदा विधायकों में से 85 पर फिर भरोसा जताया जबकि 26 का टिकट काट दिया गया है।
रहमान ने पीटीआई से कहा, ‘‘मैंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा आज (मंगलवार) पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष को भेज दिया है। मेरा टिकट काटे जाने से पार्टी कार्यकर्ताओं में नाराजगी है, इसलिए मैंने यह फैसला किया है।” उन्होंने कहा कि वह दिल्ली में हैं और अपने समर्थकों से चर्चा के बाद ही भविष्य का फैसला करेंगे। वहीं दूसरी तरफ, रामगंज मंडी की विधायक चंद्रकांता मेघवाल ने भी निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ने की घोषणा की है।
मेघवाल ने कहा, ‘‘मेरी विधानसभा सीट से मेरे बजाय किसी अन्य को टिकट दिया गया है। मुझे नहीं पता कि पार्टी ने ऐसा क्यों किया। मैं अपने विधानसभा क्षेत्र से स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में लडूंगा।’ सोजत से दो बार की विधायक संजना आगरी ने भी टिकट नहीं दिए जाने पर हैरानी जताई है। उन्होंने कहा कि बीते 15 साल में अनुसूचित जाति के पारंपरिक मतदाताओं को बीजेपी से जोड़ने के लिए उन्होंने कठिन मेहनत की लेकिन पार्टी ने गलत फैसला किया है।
उन्होंने कहा कि पार्टी के इस फैसले से उन्हें और मेघवाल समुदाय में हैरानी है। उन्होंने कहा कि वह टिकट लेने की कोशिश करेंगी और अगर नहीं मिलती तो भी पार्टी के लिए काम करती रहेंगी। डूंगरपुर के बीजेपी विधायक देवेंद्र कटारा ने कहा है कि वह पार्टी कार्यकर्ताओं से चर्चा के बाद शाम तक कोई फैसला करेंगे। पार्टी ने उनका टिकट भी काट दिया है।
गौरतलब है कि बीजेपी की 131 उम्मीदवारों की पहली सूची में नाम नहीं आने से नाराज वसुंधरा राजे सरकार के जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री सुरेंद्र गोयल ने सोमवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया। सोमवार को ही पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर किशनगढ़ सहित अनेक उन विधानसभा क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया था जिनके मौजूदा विधायकों को पार्टी ने टिकट नहीं दिया है। आपको बता दें कि राजस्थान में सात दिसंबर को वोटिंग होगी। जबकि नतीजे 11 दिसंबर को आएंगे।