केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार (31 अक्टूबर) को देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के मौके पर राजधानी दिल्ली में ‘रन फॉर यूनिटी’ को हरी झंडी दिखाई। पूर्व भारतीय हॉकी खिलाड़ी और अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित जफर इकबाल, पांच बार वल्र्ड बॉक्सिंग चैम्पियन मैरी कॉम, जिमनास्टिक और ओलम्पिक मेडेलिस्ट दीपा करमाकर भी मौजूद रहे।
फोटो: सोशल मीडियाराजनाथ ने राष्ट्रीय एकता दिवस पर मेजर ध्यान चंद स्टेडियम से इस दौड़ को हरी झंडी दिखाई। इस एक किलोमीटर तक की दौड़ में सात से 70 साल की उम्र के बीच के हजारों ने हिस्सा लिया। यह दौड़ इंडिया गेट के अमर जवान ज्योति पर समाप्त होगी। यह दिन एकता, अखंडता और सुरक्षा को समर्पित है।
Home Minister Rajnath Singh and Sports Minister Rajyavardhan Singh Rathore flag off “Run for Unity” in Delhi on 143rd birth anniversary of Sardar Vallabhbhai Patel. Gymnast Dipa Karmakar among other sportsperson also present. #StatueOfUnity pic.twitter.com/9emHGaemag
— ANI (@ANI) October 31, 2018
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, हर्षवर्धन, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, हरदीप सिंह पुरी और आर.के.सिंह भी मौजूद रहे। आपको बता दें कि आज यानी बुधवार को गुजरात में सरदार पटेल की बहुचर्चित प्रतिमा ‘स्टैचू ऑफ यूनिटी’ का अनावरण भी हुआ है। 182 मीटर ऊंची इस विशाल प्रतिमा (दुनिया में सबसे ऊंची) का अनावरण खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किया।
सरदार वल्लभ भाई पटेल के सम्मान में बन रही ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा है और महज 33 माह के रिकॉर्ड कम समय में बनकर तैयार हुई है। यह प्रतिमा 182 मीटर ऊंची है। यह चीन में स्थित स्प्रिंग टेंपल की बुद्ध की प्रतिमा (153 मीटर) से भी ऊंची है और न्यूयॉर्क में स्थित स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी से लगभग दोगुनी ऊंची है।
इस मूर्ति का निर्माण 2,989 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। कांसे की परत चढ़ाने के एक आशिंक कार्य को छोड़ कर इसके निर्माण का सारा काम देश में किया गया है। यह प्रतिमा नर्मदा नदी पर सरदार सरोवर बांध से 3.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। रैफ्ट निर्माण का काम वास्तव में 19 दिसंबर, 2015 को शुरू हुआ था और 33 माह में इसे पूरा कर लिया गया।