सुप्रीम कोर्ट में सोमवार (29 अक्टूबर) को अयोध्या में जमीन विवाद मामले की एक बार फिर सुनवाई टल गई है। अब सुप्रीम कोर्ट जनवरी में तय करेगा कि इस मामले की सुनवाई कब होगी। सुप्रीम कोर्ट द्वारा सुनवाई को आगे बढ़ाने से सालों पुराना यह मामला एक बार फिर लटक गया है। दो लाइन के अपने फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई जनवरी में शुरू किए जाने का फैसला दिया है। मामले की नियमित सुनवाई पर फैसला भी अब जनवरी में ही होगा।
सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से पहले बिहार के नवादा से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री शांडिल्य गिरिराज सिंह ने कहा था, ‘अब हिन्दुओं का सब्र टूट रहा है। मुझे भय है कि अगर हिंदुओं का सब्र टूटा तो क्या होगा?’
वहीं, अब गिरिराज सिंह के इस बयान पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता व बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने केंद्रीय मंत्री पर जोरदार हमला बोला।
तेजस्वी यादव ने सोमवार(29 अक्टूबर) को ट्वीट करते हुए लिखा, “काहे बड़बड़ा रहे है फ़ालतू का? किसी का सब्र नहीं टूटा है। ठेकेदार मत बनिए, हमसे बड़े हिंदू नहीं है आप? आपको चुनाव का डर है। ये मगरमच्छी रोना रोने से फ़ुर्सत मिले तो युवाओं की नौकरी, विकास और जनता की सेवा की बात करिए। अपने दोस्त पलटूराम की तरह बेमतलब बिहारियों को बदनाम मत करिए।”
काहे बड़बड़ा रहे है फ़ालतू का? किसी का सब्र नहीं टूटा है। ठेकेदार मत बनिए, हमसे बड़े हिंदू नहीं है आप? आपको चुनाव का डर है। ये मगरमच्छी रोना रोने से फ़ुर्सत मिले तो युवाओं की नौकरी, विकास और जनता की सेवा की बात करिए। अपने दोस्त पलटूराम की तरह बेमतलब बिहारियों को बदनाम मत करिए। https://t.co/32PLtUT3Ge
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) October 29, 2018
वहीं, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने केन्द्र सरकार को अध्यादेश लाने की चुनौती दे दी।