देश भर में चल रहे ‘मी टू’ अभियान के तहत हर रोज चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। अमेरिका से शुरू हुए ‘मीटू’ आंदोलन ने भारत में भी भूचाल मचा दिया है। मी टू अभियान के तहत हर रोज बॉलीवुड और मीडिया से कई महिलाएं आगे आकर अपनी आपबीती बयां कर रही हैं। बॉलीवुड में चल रहे मी टू कैंपेन के बारे में अभी भी बॉलीवुड के कई दिग्गज बोलने से बच रहे हैं।
कई दिग्गज सितारे इस लड़ाई में पीड़ितों का साथ देते नजर आ रहे हैं। हालांकि, कुछ बॉलीवुड सितारे ऐसे भी हैं जो इस मुद्दे पर चुप्पी बनाए हुए हैं, जिसमें से एक अभिनेता सलमान खान भी हैं। हालांकि सलमान के पिता और लेखक सलीम खान ने MeToo का समर्थन किया है। सलीम खान ने अपने ट्विटर अकाउंट के जरिए इस अभियान का समर्थन किया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा- आदमी पहाड़ से गिरकर खड़ा हो सकता है, अपनी नजरों से नहीं।
सलीम खान ने लिखा है, ‘उनके पास बचाव के लिए सिर्फ एक ही सवाल है कि इतनी देरी से क्यों? कभी नहीं से देरी होना ज्यादा अच्छा है। आपको नतीजे का इंतजार करने की जरूरत नहीं है, आप पहले ही पब्लिक का बड़ा समर्थन हासिल कर चुकी हैं। आदमी पहाड़ से गिरकर खड़ा हो सकता है… अपनी नजरों से गिरकर नहीं।’
The only defence they have is "Why so late ?” It is better late than never. You don’t have to wait for the result, you have already won great public support.
Aadmi pahad se gir kar khadda ho sakta hai…apni nazron se girkar nahin.
— Salim Khan (@luvsalimkhan) October 16, 2018
आपको बता दें कि अभी तक सलीम खान के बेटे और मशहूर अभिनेता सलमान खान ने इस मामले पर कुछ नहीं कहा है। जब भी उनसे सवाल किया गया तो वो बोलने से बचते ही नजर आए हैं। कुछ वक्त पहले जब उनसे इस बाबत सवाल किया गया तो उन्होंने इस पर बात करने से इंकार कर दिया था। सलमान ने कहा था, ”अभी मुझे इस बारे में कुछ नहीं पता। पहले मुझे जानने दो कि क्या हो रहा है। मैं देखूंगा कि क्या चल रहा है। मुझे नहीं पता अभी आप किस बारे में बात कर रहे हो।”
‘मी टू’ अभियान ने पकड़ा तूल
आपको बता दें कि भारत में जारी ‘मी टू’ अभियान (यौन उत्पीड़न के खिलाफ अभियान) तूल पकड़ता जा रहा है। कई अन्य महिलाएं अपने अनुभवों को सार्वजनिक तौर पर शेयर कर रही हैं। आपको बता दें कि अभिनेत्री तनुश्री दत्ता के मशहूर अभिनेता नाना पाटेकर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाए जाने के बाद से #MeToo आंदोलन ने सही मायने में भारत में दस्तक दी। तनुश्री के बाद एक-एक कर कई बड़े सितारों के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए जा चुके हैं।
फिल्म इंडस्ट्री से ‘मी टू’ अभियान की शुरुआत होने के बाद इसकी चपेट में मीडिया जगत भी आ गया है और इसकी लपटें मोदी सरकार के एक मंत्री को अपने लपेटे में ले रही हैं। अपने समय के मशहूर संपादक व वर्तमान में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एम.जे. अकबर पर दर्जनभर महिला पत्रकारों ने यौन उत्पीड़न और अनुचित व्यवहार के आरोप लगाए हैं। इन महिलाओं ने उन पर तमाम मीडिया संस्थानों में संपादक रहते हुए यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है।
नाना पाटेकर के बाद जहां विकास बहल, कैलाश खेर, चेतन भगत, जतिन दास, रजत कपूर, जुल्फी सैयद, आलोक नाथ, संपादक प्रशांत झा, रघु दीक्षित, सुहेल सेठ, अदिति मित्तल, सुभाई घई, साजिद खान, पीयूष मिश्रा और राहुल जौहरी भी ‘मी टू’ की चपेट में आए हैं, जिनपर यौन उत्पीड़न, बदसलूकी, गलत तरीके से छूने जैसे आरोप लगे हैं।