भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राज्यसभा सांसद राजीव चंद्रशेखर के साथ मिलकर अंग्रेजी न्यूज चैनल ‘रिपब्लिक टीवी’ की स्थापना करने वाले चैनल के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी ने एक बार फिर से न्यूज़ ब्रॉडकास्टिंग स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी (एनबीएसए) के आदेश ‘फुल स्क्रीन’ माफीनामा प्रसारित मानने से इंकार कर दिया।
दरअसल, न्यूज़ ब्रॉडकास्टिंग स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी (एनबीएसए) ने रिपब्लिक टीवी को आदेश दिया था कि वह अपनी उस फर्जी खबर के संबंध में ‘फुल स्क्रीन’ माफीनामा प्रसारित करे, जिसमें चैनल ने इस साल जनवरी में ‘जिग्नेश फ्लॉप शो’ नाम के कार्यक्रम में एक निर्दोष शख्स के लिए अपशब्दों का प्रयोग किया गया था।
पीड़ित शख्स की पत्नी प्रतिष्ठा सिंह ने ‘जनता का रिपोर्टर’ पर एक ब्लॉग लिखकर अपने बेकसूर पति को गुंडे के रूप में प्रस्तुत करने को लेकर रिपब्लिक टीवी और अर्नब गोस्वामी पर नाराजगी व्यक्त की थी। साथ ही उन्होंने अपने ब्लॉग में एनबीएसए के आदेश का हवाला देते हुए कहा था कि वह अपनी उस फर्जी खबर के संबंध में ‘फुल स्क्रीन’ माफीनामा प्रसारित करें।
अगर चैनल 7 सितंबर को ‘फुल स्क्रीन’ माफीनामा प्रसारित नही कर पाता है तो चैनल को 14 सितंबर को ‘फुल स्क्रीन’ पर माफीनामा प्रसारित करने का विकल्प दिया गया था। हालांकि, 14 सितंबर को चैनल ने एक बार फिर से माफी नहीं मांगी।
सूत्रों ने ‘जनता का रिपोर्टर’ को बताया कि रिपब्लिक टीवी ने एनबीएसए के आदेश के खिलाफ एक अपील दायर की है।बता दें कि एनबीएसए ने अपने आदेश में रिपब्लिक टीवी को रात 9 बजे ‘फुल स्क्रीन’ माफीनामा प्रसारित करने का आदेश दिया था।
बता दें कि यह मामला सबसे पहले ‘जनता का रिपोर्टर’ पर उठा था, जिसमें पीड़ित शख्स की पत्नी ने एक ब्लॉग लिखकर अपनी नाराजगी व्यक्त की थी। गौरतलब है कि इससे पहले मानहानि के डर से अर्नब गोस्वामी को पिछले दिनों ABP न्यूज से ऑन-एयर माफी मांगनी पड़ी थी। अर्नब के चैनल रिपब्लिक टीवी ने ABP न्यूज के रिपोर्टर को ‘गुंडे’ के रूप में दिखाया था, जिसे लेकर चैनल ने माफी की मांग की थी।
‘जनता का रिपोर्टर’ पर उठा था मामला
आपको बता दें कि एनबीएसए का यह आदेश पीड़ित शख्स ए सिंह और उनकी पत्नी प्रतिष्ठा सिंह की शिकायत पर आया है। दरअसल रिपब्लिक टीवी ने जनवरी में पार्लियामेंट स्ट्रीट पर हुई दलित कार्यकर्ता और गुजरात के वडगाम से निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी की रैली के दौरान चैनल के एक रिपोर्टर के साथ हुई कथित बदसुलूकी में गलती से उनका नाम प्रसारित किया था। सिंह दंपति का एतराज था कि इस कार्यक्रम के प्रसारण के दौरान उनके लिए इस्तेमाल किए गए शब्द गंदे, भद्दे, लैंगिकवादी, विकृत और देश विरोधी थे।
प्रतिष्ठा सिंह ने भी 10 जनवरी को ‘जनता का रिपोर्टर’ पर एक ब्लॉग लिखकर अपने बेकसूर पति को गुंडे के रूप में प्रस्तुत करने को लेकर रिपब्लिक टीवी और अर्नब गोस्वामी पर नाराजगी व्यक्त की थी। सिंह ने ब्लॉग में रिपब्लिक टीवी और अर्नब गोस्वामी पर आरोप लगाया था कि उन्होंने उनके निर्दोष पति की तस्वीर दिखाते हुए कहा था कि वे उस महिला पत्रकार को परेशान कर रहे थे। जबकि यह सरासर गलत आरोप था।