पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ समारोह में शामिल होना व पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा से गले मिलने और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के राष्ट्रपति मसूद खान के बगल में बैठने को लेकर आलोचना झेल रहे क्रिकेटर से राजनेता बने कांग्रेस नेता और पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने रविवार को उम्मीद जताई कि पाकिस्तान में सत्ता परिवर्तन के बाद भारत के साथ उसके रिश्तों में सुधार आएगा।
file photoकांग्रेस नेता ने दावा किया कि उनका यह भरोसा तब और मजबूत हुआ जब वह पाकिस्तान से लौटे और कुछ नोंकझोक हुई। इस पर इमरान खान की तरफ से संदेश आया कि वे दोनों देशों के रिश्तों में सुधार चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अगर भारत इस दिशा में एक कदम आगे बढाएगा तो वह पाकिस्तान दो कदम आगे बढ़ाएगा।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, राजस्थान के अजमेर शहर में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए कांग्रेस नेता और पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, ‘पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जब पाक से लौटे तो करगिल युद्ध हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब पाकिस्तान से वापस आए तो पठानकोट में आतंकवादी हमला हो गया। लेकिन जब मैं वापस आया तो कुछ ‘नोक-झोंक’ होने पर मेरे दोस्त का संदेश आया कि हम शांति चाहते हैं। आप एक कदम बढेंगे और हम दो कदम बढेंगे।’
अजमेर में यूथ कांग्रेस द्वारा आयोजित ‘सोच से सोच की लड़ाई’ कार्यक्रम में पंजाब के पर्यटन मंत्री ने एक प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि खिलाड़ी बाधा तोड़ते हैं और चाहे खिलाड़ी हो या कलाकार, वे प्यार का संदेश देकर लोगों को करीब लाने के लिए काम करते हैं। सिद्धू ने कहा कि बातचीत और संवाद द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने का एकमात्र तरीका है क्योंकि खून बहाकर कुछ भी हासिल नहीं किया गया, यह केवल नकारात्मकता लेकर आता है।
बता दें कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ प्रमुख इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने नवजोत सिंह सिद्धू को दो बार गले लगाया था। इस दौरान दोनों के बीच संक्षिप्त बातचीत भी हुई, इससे देश में नया विवाद खड़ा हो गया है। सिद्धू के पाक अधिकृत कश्मीर के राष्ट्रपति मसूद खान की बगल में बैठने को लेकर भी विवाद पैदा हो गया।
इमरान के शपथ ग्रहण के दौरान सिद्धू मेहमानों की पहली पंक्ति में पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) के राष्ट्रपति मसूद खान की बगल में न सिर्फ बैठे नजर आए बल्कि उनसे बातचीत भी की। विपक्षी बीजेपी और अकाली दल के साथ-साथ पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी सिद्धू की आलोचना की थी।
सिद्धू के पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा से गले मिलने पर अमरिंदर सिंह ने नाराजगी व्यक्त की थी। मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से कहा था, ‘मुझे लगता है कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख के लिए जो प्यार दिखाया वह गलत था।’ हालांकि बाद में सिद्धू ने सफाई देते हुए कहा था कि वह व्यक्तिगत संबंधों के कारण समारोह में शामिल होने के लिए गए थे।