जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) छात्र नेता उमर खालिद पर कुछ अज्ञात लोगों ने सोमवार (13 अगस्त) को संसद भवन के पास कांस्टीट्यूशन क्लब के ठीक बाहर फायरिंग कर दी। हालांकि उन्हें कोई गोली नहीं लगी और वह सकुशल बच गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा है कि जब खालिद क्लब के गेट पर थे तब दो गोलियां चलाई गई। खालिद यहां ‘यूनाइटेड अगेंस्ट हेट’ संगठन के ‘खौफ से आजादी’ नामक एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे।
एक चश्मदीद ने बताया कि उमर खालिद हमारे साथ एक कार्यक्रम में था। जब हम एक चाय के स्टॉल पर थे तभी सफेद शर्ट पहने एक शख्स पास आया उसने पहले धक्का मारा और फिर फायरिंग कर दी। धक्के की वजह से खालिद गिर गया और गोली उसके पास से निकल गई। हमने उसको पकड़ने की कोशिश की लेकिन उसने हवा में कई बार फायरिंग और वह भागने में कामयाब हो गया।
समाचार एजेंसी पीटीआई/भाषा के मुताबिक खालिद के साथ कांस्टीट्यूशन क्लब गए सैफी ने कहा, ‘‘हम चाय पीने गए थे जब तीन लोग हमारी तरफ आए। उनमें से एक ने खालिद को जकड़ लिया जिसका विरोध करते हुए खालिद ने खुद को छुड़ाने की कोशिश की।’’ सैफी ने कहा, ‘‘गोली चलने की आवाज आने के साथ वहां अव्यवस्था मच गई। लेकिन खालिद घायल नहीं हुए। आरोपियों ने भागते समय एक और गोली चलाई।’’
बाद में खालिद ने कहा, ‘‘देश में खौफ का माहौल है और सरकार के खिलाफ बोलने वाले हर व्यक्ति को डराया-धमकाया जा रहा है।’’ पुलिस घटनास्थल पर है और मामले की जांच कर रही है। उसने वह हथियार जब्त कर लिया है जो आरोपियों के भागते समय उनके हाथों से गिर गया था।
लोगों ने दिल्ली पुलिस और मीडिया पर उठाए सवाल
उमर खालिद पर हुए हमले के बाद दिल्ली पुलिस और कुछ मीडिया संस्थान सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गई है। एक यूजर ने लिखा है कि राजधानी दिल्ली में 15 अगस्त के ठीक पहले कड़े सुरक्षा इंतज़ाम के बीच, शख़्स का उमर ख़ालिद पर गोली चलाकर भाग भाग निकलना कई सवाल उठाता है।
वहीं, जेएनयू की पूर्व उपाध्यक्ष और कार्यकर्ता शेहला रशीद ने हमले की निंदा की है। उन्होंने इसे मीडिया द्वारा फैलाई जा रही नफरत का परिणाम बताया है। राशिद ने ट्वीट कर कहा, ‘चौंकाने वाला और बेहद निंदाजनक: एक लड़के ने उमर खालिद पर दिल्ली में हमला किया और शूट करने की कोशिश की। यह रिपब्लिक टीवी और अन्य नफरत मीडिया द्वारा घृणा की नफरत का सीधा परिणाम है। मैंने उमर से बात की। वह ठीक है, लेकिन हमें उसकी सुरक्षा के बारे में बहुत चिंतित होना चाहिए।’
देखिए, ट्विटर पर लोगों के कमेंट्स:-
Shocking and highly condemnable: a guy attacked Umar Khalid from behind and tried to shoot him in Delhi. This is the direct result of hatred whipped up by Republic TV & other hate media. I spoke to Umar. He's okay, but we should be very very worried about his safety.
— Shehla Rashid شہلا رشید (@Shehla_Rashid) August 13, 2018
It is clear there was a failed assassination attempt on @UmarKhalidJNU's life outside Constitution Club in the heart of New Delhi on the eve of Independence Day. Partly responsible for this are Arnab Goswami, Rahul Shivshankar and ABVP who have incited hate against Umar.
— Shivam Vij (@DilliDurAst) August 13, 2018
SC should take suo motto cognisance of the attack on @UmarKhalidJNU and take action against the likes of Arnab Goswami and the TV organisations like @republic and @TimesNow for spewing hate on primetime national TV.
— Siddharth (@DearthOfSid) August 13, 2018
जब पिछले महीने हमारे मोबाइल पर रवि पुजारी ने धमकी में कहा था कि तुम(जिग्नेश मेवानी), शेहला रसीद और उमर खालिद तीनों हमारे हिट लिस्ट में हो तब ही उमर और शेहला ने पुख्ता पुलिस प्रोटेकशन कि मांग की थी। आजतक हम तीनों में से किसी की भी सुरक्षा बढ़ाई गई नहीं। क्या जवाब है @PMOIndia
— Jignesh Mevani (@jigneshmevani80) August 13, 2018
लो जी अब राजधानी दिल्ली में भी टट्टू पहोच गए, मीडिया की फैलाई नफरत रंग लाने लगी,
उमर खालिद पर हुआ जानलेवा हमला,
क्यो भाई एक निहत्थे व्यक्ति से क्या डरना??— Unofficial Abhisar Sharma (@Rofl_Abhisar) August 13, 2018
https://twitter.com/Ravishtweets_/status/1028964974998089729
https://twitter.com/RoflSidhu_/status/1028968032289222658
दिल्ली के दिल में, 15 अगस्त के ठीक पहले कड़े सुरक्षा इंतज़ाम के बीच, किसी शख़्स का उमर ख़ालिद पर गोली चलाकर निकल भागना कई सवाल उठाता है
— Kadambini Sharma (@SharmaKadambini) August 13, 2018
@PMOIndiaआखिर उमर खालिद पे हमला क्यों? हमें जवाब दे।आप की सरकारने, पुलिसने, आप के आर.एस. इस. और भाजपा के कार्यकर्ताओ ने पिछले 2 साल तक लगातार जिस प्रकार उमर खालिद को बदनाम किया हैं और उसे वल्नरेबल बनाया है, उसी का नतीजा है कि आप की विचारधारा में माननेवाले लोग गोलियां मार रहे है
— Jignesh Mevani (@jigneshmevani80) August 13, 2018
इस हमले के लिए मीडिया के वह ग्रुप्स भी जिम्मेदार है जो लगातार कन्हैया कुमार, उमर खालिद, शेहला रसीद को 'टुकड़े टुकड़े गेंग' और 'राष्ट्रद्रोही' बताकर भाजपा को चुनावी फायदा पहुंचाने के मिशन में लगे है। आप का बिकाऊ होना किसी की जान ले शकता है, समज रहे है क्या ?
— Jignesh Mevani (@jigneshmevani80) August 13, 2018
स्वतंत्र दिवस के ठीक 2 दिन पहले देश की राजधानी दिल्ली में भारी बंदोबस्त होने के बावजूद JNU छात्र उमर खालिद पर यू खुलेआम पिस्तौल से हमला होना इस सरकार की सुरक्षा वयवस्था पर कई सवाल उठा रहे है।
— Zarina Bano (@ZarinaBano_) August 13, 2018
JNU लीडर उमर खालिद पर जान लेवा हमला। "खौफ से आज़ादी" प्रोग्राम में हमला। अब ज़ुल्म के खिलाफ आवाज़ उठाने वालों की आवाज़ पिस्टल से गोली मार कर दबाई जाएगी वो भी बीच दिल्ली में संसद के बगल में स्थित कॉन्स्टिट्यूशन क्लब जैसी VIP जगह पर।@UmarKhalidJNU @Shehla_Rashid @jigneshmevani80
— Janbaaz Khan Pathan | जांबाज़ खान (@TheJanbaazKhan) August 13, 2018
Throw Arnab Goswami, Rohit Sardana, Anjana Om Kashyap, Rahul Shivshankar, Navika Kumar, Amish Devgan in jail and this country will be a better, safer, more prosperous place.@rohini_sgh @sanjayuvacha
— spacebar (@spacebar_drone) August 13, 2018
बता दें कि फिलहाल दिल्ली पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। डीसीपी मधुर वर्मा ने कहा, ‘इसकी पुष्टि की जा रही है। उमर खालिद ने कहा कि उस पर हमला किया गया। किसी ने उमर खालिद को धक्का दे दिया। इसके बाद उसने खालिद पर गोली चलाने की कोशिश की, लेकिन तुरंत गोली चल नहीं पाई। लोगों ने शख्स का पीछा किया और हमलावर ने हवा में गोली चलाई।’