भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने इस बार बिहार के बिना नाम लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने इस बार अपने नीतीश कुमार को नसीहत दे डाली है। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के ‘‘मित्रों’’ अब काम शुरू कर दो वरना ‘‘अर्जुन’’ सत्ता हथियाने को तैयार है, क्योंकि तेजस्वी यादव की चुनौती अब उनके दरवाजे पर दस्तक दे रही है।
File Photo: ptiउन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ट्वीट कर चेतावनी भरे लहजे में कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के ‘‘मित्रों’’ अब काम शुरू कर दो वरना ‘‘अर्जुन’’ सत्ता हथियाने को तैयार है, क्योंकि तेजस्वी यादव की चुनौती अब उनके दरवाजे पर दस्तक दे रही है।
My dear friends of NDA Coalition! Start performing & executing for the state of Bihar or else…there are "Arjuns waiting to take over"…as Tejashwi Yadav's @yadavtejashwi challenge echoes in all corners of Bihar…Jai Bihar! Jai Hind!
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) June 2, 2018
वहीं, बीजेपी के असंतुष्ट सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने बिहार के लिए विशेष दर्जे की मांग को बकवास और आम चुनावों से पहले इसे महज घड़ियाली आंसू करार दिया है। बता दें कि राज्य के लिए यह मांग जनता दल (यू) और उनकी अपनी पार्टी के अलावा लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) जैसी उसकी सहयोगी पार्टियों द्वारा उठाई जा रही है।
शत्रुघ्न सिन्हा ने ट्वीट किया, ‘जैसे-जैसे आम चुनाव दस्तक देना शुरू कर रहे हैं वैसे वैसे घड़ियाली आंसू गिरने शुरू हो गए हैं और नाटक फिर शुरू हो गया है। बिहार में सत्तारूढ़ गठबंधन (राजग) केंद्र की अपनी ही राजग सरकार से राज्य के लिए एक बार फिर विशेष दर्जे की मांग कर रहा है और वह भी खुलेआम।’
With the General Elections knocking at our doors, the Crocodile Tears are back…and the "drama" starts unfolding once again. The 'ruling coalition' in Bihar (NDA), is demanding special status for Bihar, yet again…that too from their own Central NDA Govt…and publicly.!?…1>2
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) June 2, 2018
सिन्हा की यह टिप्पणी मुख्यमंत्री एवं जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार की उस हालिया टिप्पणी की पृष्ठभूमि में आई है, जिसमें कुमार ने बिहार के लिए एक बार फिर विशेष राज्य के दर्जे की मांग की थी और संकेत दिया था कि यह मांग 15वें वित्त आयोग के समक्ष रखी जाएगी। उनकी मांग का उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी एवं केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने भी समर्थन किया। पासवान लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के प्रमुख हैं।