सोशल मीडिया पर पत्रकारों और विपक्षी नेताओं द्वारा आलोचनाओं के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘फेक न्यूज’ चलाने पर कार्रवाई करने वाली केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के मंत्रालय द्वारा जारी विवादित आदेश को वापस लेने को कहा है। उन्होंने फेक न्यूज के मामले में आरोपी पत्रकारों पर कार्रवाई का जिम्मा प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया (पीसीआई) और न्यूज एंड ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन (एनबीए) पर छोड़ दिया गया है। प्रधानमंत्री कार्यालय को भी लगता है कि सरकार को इस मामले में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।
(Indian Express Photo/Prem Nath Pandey/File)बता दें कि सरकार ने ‘फेक न्यूज़ यानी फर्जी खबरों’ को लेकर बड़ा फैसला लेते हुए प्रेस अधिमान्यता नियमों में बड़ा बदलाव किया था, जिसके तहत अब फेक न्यूज़ देने पर स्थाई रूप से पत्रकारों की मान्यता जा सकती है। हालांकि प्रधानमंत्री कार्यालय से मिले निर्देशों के आधार पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने फेक न्यूज पर जारी अपनी विवादित प्रेस विज्ञप्ति को वापस ले लिया है।
संक्षिप्त बयान में मंत्रालय ने कहा है, ‘‘फेक न्यूज को नियमित करने के संबंध में दो अप्रैल, 2018 को पत्र सूचना कार्यालय से‘‘ पत्रकारों के मान्यता पत्र के लिए संशोधित दिशा-निर्देश’’ शीर्षक से जारी प्रेस विज्ञप्ति वापस ली जाती है।’’ कई ओर से आलोचना होने के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने मंत्रालय को विज्ञप्ति वापस लेने का आदेश देते हुए कहा कि फेकन्यूज से निपटने की जिम्मेदारी पीसीआई और एनबीए जैसी संस्थाओं की होनी चाहिए।
सोशल मीडिया पर ट्रोल हुईं स्मृति ईरानी
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ओर से जारी किए गए नोटिफिकेश की विपक्षी दलों के नेताओं ने यह कहते हुए निंदा की थी कि सेंसरशिप गलत है। वहीं पत्रकारों के खिलाफ कड़े दिशा-निर्देश को पीएम मोदी द्वारा अस्वीकार किए जाने के बाद अब सोशल मीडिया यूजर्स के एक धड़े द्वारा केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को जमकर ट्रोल किया जा रहा है। यूजर्स फेक डिग्री मामले को लेकर मंत्री पर ही हमला बोल रहे हैं।
कांग्रेस नेता अखिलेश प्रताप सिंह ने लिखा, अब ‘फेक न्यूज़’ देने पर हो सकती है पत्रकार की मान्यता रद्द, तब तो मैडम @smritiirani जी फेक डिग्री वाले मंत्री का मंत्री पद तो रद्द होगा न?’ वहीं, वरिष्ठ पत्रकार अभिसार शर्मा ने केंद्रीय मंत्री तंज सकते हुए लिखा है, “स्मृति जी भी दो दिन लेट हो गयीं…पत्रकारों के साथ ये मज़ाक करने मे…” आरती नाम की एक यूजर ने लिखा, “लगता है स्मृति ईरानी का पत्ता इस मंत्रालय से भी कटने वाला है। अब कहां भेजेंगे मोदी जी??”
देखिए, ट्विटर पर लोगों की प्रतिक्रियाएं:-
स्मृति जी भी दो दिन लेट हो गयीं… पत्रकारों के साथ ये मज़ाक करने मे…
?— Abhisar Sharma (@abhisar_sharma) April 3, 2018
लगता है स्मृति ईरानी का पत्ता इस Ministry से भी कटने वाला है ????????
अब कहाँ भेजेंगे मोदी जी ?? https://t.co/aVRNOMFJZV— Aarti (@aartic02) April 3, 2018
अब 'फेक न्यूज़' देने पर हो सकती है पत्रकार की मान्यता रद्द,
तब तो मैडम @smritiirani जी फेक डिग्री वाले मंत्री का मंत्री पद तो रद्द होगा न ? https://t.co/cAen9bKQmR— Akhilesh P. Singh (@AkhileshPSingh) April 3, 2018
कभी दसवीं का पर्चा.
कभी बारहवीं का पर्चा.
कभी स्मृति ईरानी का पर्चा.
पर्चों के दिन ठीक नहीं चल रहे देश में #FakeNews— Kirtish Bhatt (@Kirtishbhat) April 3, 2018
“फेक” न्यूज़ पर “फेक” सरकार ने, नयी गाइड लाइन जारी की, लेकिन मज़ेदार बात ये है,कि ये ख़बर भी “फेक” निकली.
— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) April 3, 2018
सुबह सुना कि स्मृति ईरानी फेक न्यूज़ रोकना चाहती हैं.
दोपहर में ख़बर आई कि मोदी जी ने मना कर दिया है.
? यही हुआ है न?— Rajesh Priyadarshi (@priyadarshibbc) April 3, 2018
‘फ़ेक न्यूज़’ की गाइड्लायन लागू होने के पहले वापस भले हो गयी हो, पर अपना काम कर गयी! ?
— रोहित सरदाना (@sardanarohit) April 3, 2018
@smritiirani इनकी भी तो फैक डीग्री है इनके उपर कार्यवाही की जाए
— suhail (@MSuail) April 3, 2018
मोदी ने पल्टा ईरानी का फैसला:
जिस #FakeNews की बदोलत आज मोदी जी और आप सत्ता का सुख भोग रहे हो, उसे मोदी जी कैसे बैन कर सकते है @smritiirani जी…#नाटक_बंद_करो_भाजपाईयो@RahulGandhi @AshokTanwar_INC @divyaspandana @VipinINC @pkgurgaon @ModiLeDubega https://t.co/xGbnEMXhOg
— Pawan Yadav (Rewari) (@pawanjhawat) April 3, 2018
Tragedy. Fake news not allowed. Beautiful.
Fake Decree allowed….Tragedy— Ranjeet Kumar Shukla (@ranjeetshukla55) April 3, 2018
सुपवा बोले तो बोले चलनियाँ का बोले!! मैडम स्मृति ईरानी ने कहा कि फेक न्यूज चलाने पर रद्द होगी पत्रकारों की मान्यता!! सच में घोर कलयुग आ गया है! #FakeNews #SmritiIrani
— Vijay Pandey (@vijayrpandey) April 3, 2018
फेंक हिन्दू और फेंक हिन्दुस्तानी का भी मानता रद होनी चाहिए ।
— Avinash. (@Avinashroy14) April 3, 2018
तुम लोग डिग्री , जातिवाद, सबुत, दंगे, आंदोलन, धरना इसी मे उलझे रहना कभी देश को आगे मत बढने देना ।
— VIPIN JAIN ????? जय हिंद (@vipinjain2017) April 3, 2018
फेक भाषण देने पे क्या होगा मैडम जी
— Sanatan (@Sanatan26877160) April 3, 2018
नेता अगर जनता के सामने जुमलेबाजी करता है। जुठे भाषण देता है तो मीडिया क्यों उसका प्रसारण करता है।
क्या ऐसे फेक नेताओं के भाषणों का भी मीडिया रोकेगा।— Hemendra Malviya INC (@MalviyaHemendra) April 3, 2018