प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इराक में मारे गए सभी 39 भारतीयों के निकटतम परिजनों को 10-10 लाख रुपये अनुग्रह राशि देने की आज घोषणा की है।
समाचार एजेंसी भाषा की ख़बर के मुताबिक, आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। बता दें कि, युद्ध से जर्जर इराक में मारे गए 39 भारतीयों में से 38 के अवशेष विशेष विमान से कल देश वापस लाए गए थे। उन्हें परिजनों को सौंप दिया गया है।
आतंकवादी संगठन आईएसआईएस द्वारा बंधक बनाये गये 40 में से 39 भारतीय मजूदरों की उन्होंने हत्या कर दी थी जबकि एक मजदूर स्वयं को बांग्लादेशी मुसलमान बताकर वहां से भागने में सफल रहा था। इराक में मारे गए 39 भारतीयों में से 27 पंजाब, चार हिमाचल प्रदेश, छह बिहार और दो पश्चिम बंगाल के रहने वाले थे।
बता दें कि, इससे पहले सोमवार(2 म अप्रैल) को संवाददाताओं से बात करते हुए विदेश राज्यमंत्री वी. के. सिंह ने पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने के सवाल पर बेहद शर्मनाक बयान दिया था, जिसकी काफी आलोचना हो रही है।
सिंह से मृतक भारतीयों के लिए मुआवजे को लेकर एक सवाल के जवाब में कहा था कि यह बिस्कुट बांटने वाला काम नहीं है और मेरी जेब में भी कोई पिटारा नहीं है। उन्होंने कहा, ‘ये बिस्कुट बांटने वाला काम नहीं है, ये आदमियों की जिंदगी का सवाल है, आ गई बात समझ में? मैं अभी ऐलान कहां से करूं, जेब में कोई पिटारा थोड़ी रखा हुआ है।’
हालांकि, पंजाब सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपए मुआवजा और घर के एक सदस्य को नौकरी देने की बात कही है। पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि राज्य सरकार मारे गए लोगों के परिजन को पांच-पांच लाख रुपये प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि इसके अलावा हर परिवार में एक व्यक्ति को योग्यता के मुताबिक नौकरी दी जाएगी।