झटका: टीवी की कीमत 7 फीसदी तक बढ़ाने की तैयारी में कंपनियां, मोबाइल के भी बढ़ सकते हैं दाम

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अगर आप टीवी लेने की सोच रहे हैं तो अप्रैल से पहले खरीदारी कर लें। दरअसल, टीवी उपकरणों पर सीमा शुल्क में दोगुना बढ़ोतरी के बाद शीर्ष टीवी निर्माता कंपनियां इनके दाम सात फीसदी तक बढ़ाने की तैयारी कर रही हैं। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा पेश किए गए हालिया बजट में सीमा शुल्क में बढ़ोतरी के कारण कंपनियां यह कदम उठाने की तैयारी में हैं।हिंदुस्तान में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, प्रमुख टीवी विनिर्माता कंपनियों सोनी, एलजी, पैनासोनिक और सैमसंग ने 31 मार्च के बाद एलईडी-ओएलईडी टीवी सेट की कीमतों में बढ़ोतरी का संकेत दिया है। कुछ कंपनियों का मानना है कि इससे लघु अवधि में उनकी बिक्री प्रभावित हो सकती है।

सिएमा (कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स एंड अप्लायंसेज मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन) ने सीमा शुल्क बढ़ोतरी का फैसला वापस लेने के लिए सरकार से बातचीत शुरू कर दी है। पैनासोनिक इंडिया के नीरज बहल ने कहा कि सीमा शुल्क बढ़ोतरी से एलईडी-ओएलईडी के दाम बढ़ेंगे। एलजी इंडिया के एमडी की वान किम ने कहा कि इससे बचा नहीं जा सकता।

सोनी इंडिया ब्राविया के कारोबार प्रमुख सचिन राय ने कहा कि भविष्य में हमें कीमतों में वृद्धि करनी पड़ सकती है। पैनलों पर सीमा शुल्क 7.5 से 15 फीसदी किया गया है। वहीं एलसीडी, एलईडी, ओएलईडी टीवी पर शुल्क 10 से 15 प्रतिशत किया गया है।

सूत्रों की मानें तो सैमसंग भी पांच से छह प्रतिशत दाम बढ़ाएगी। इस बारे में पूछे जाने पर एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया के प्रबंध निदेशक की. वान किम ने कहा कि इससे बचा नहीं जा सकता। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी अभी दाम बढ़ाने पर काम कर रही है। बता दें कि बजट में मोबाइल फोन पर आयात शुल्क 15 से बढ़ाकर 20 फीसदी किया गया है। इससे अप्रैल से आयातित फोन की कीमत भी बढ़ेगी।

सिएमा के अध्यक्ष मनीष शर्मा ने कहा कि मूल्यवृद्धि से मांग प्रभावित होगी और लघु अवधि में पैनल उद्योग पर असर पड़ेगा। यह उद्योग पिछले लगातार दो साल से खराब समय झेल रहा है। शर्मा ने कहा कि सिएमा ने इस सीमा शुल्क को वापस लेने के लिए सरकार और वित्त मंत्रालय से बातचीत शुरू की है।

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