बिहार में होने वाले उपचुनाव से पहले राज्य के सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) पार्टी को जोरदार झटका लगा है। क्योंकि, पार्टी के एक विधायक से इस्तीफा देकर राजद का दामन थाम लिया है।
फाइल फोटो- सरफराज अहमदन्यूज़ 18 हिंदी की ख़बर के मुताबिक, पार्टी के नेता और अररिया जिले के जोकीहाट सीट से विधायक सरफरज अहमद ने शनिवार(10 फरवरी) को विधानसभा और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) की सदस्यता से इस्तीफा दिया और राजद का दामन थाम लिया।
सरफराज राजद के पूर्व सांसद तस्लीमुद्दीन के बेटे हैं जिनका हाल ही में निधन हुआ था। सरफराज के इस्तीफे के बाद ये तय माना जा रहा है कि वो अपने पिता की सीट पर सांसद के लिए राजद के टिकट से चुनाव लड़ेंगे।
ख़बर के मुताबिक, शनिवार को हुए इस घटनाक्रम से पहले कल वो तेजस्वी यादव के साथ दिखे थे जिसके बाद से ही इस बात के कयास लगाये जा रहे थे कि सरफराज राजद में जा सकते हैं।
न्यूज़ 18 हिंदी की रिपोर्ट के मुताबिक, तेजस्वी यादव ने इस मसले पर कहा कि अभी ये शुरूआत है और जेडीयू में लोगों की भगदड़ जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों में जनादेश के अपमान के खिलाफ गुस्सा है और इसका प्रमाण न्याय यात्रा में देखने को मिल रहा है।
प्रभात ख़बर की रिपोर्ट के मुताबिक, सरफराज ने राबड़ी देवी से मिलने के बाद नाटकीय ढंग से अचानक राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी की मौजूदगी में राजद की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की। उसके बाद उन्होंने कहा कि पूरी सीमांचल की जनता, हमलोगों पर प्रेसर बनायी हुई है।
सबसे ज्यादा प्रेसर उस वक्त हुआ जब इलाजरत तस्लीमुद्दीन साहब के देहांत के बाद पूरी सीमांचल की जनता और मेरी मां कहने लगी कि जिस पार्टी के तस्लीमुद्दीन साहब फाउंडर थे, उसी में आप चले जाइए।
उसी की वजह से मैं अपने पुराने घर में वापस आया हूं, मैं जन भावना का आदर करता हूं। जब तक जदयू सेक्यूलर था, तब तक ठीक था। जब गठबंधन टूटा, तब मैंने वापसी की, मैं इतने दिनों तक लोगों की राय सुन रहा था और उसके बाद मैंने इस्तीफा दिया।