आध्यात्मिक गुरु सिद्धेश्वर स्वामीजी ने केंद्र सरकार की ओर से प्रदान किया जाने वाला देश का चौथा सबसे सम्मानित पुरस्कार ‘पद्मश्री’ लेने से इनकार कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में स्वामी ने इस पर स्पष्टिकरण देते हुए कहा है कि एक संन्यासी होने के नाते उनकी दिलचस्पी पुरस्कारों में नहीं है। बता दें कि हाल में घोषित हुए ‘पद्मश्री’ सम्मान के लिए सिद्धेश्वर स्वामी को भी चुना गया था, लेकिन उन्होंने अब इसके लिए इनकार कर दिया है।
File Photo: Wikipediaस्वामी ने इस संबंध में प्रधानमंत्री मोदी को एक पत्र लिखकर कहा है कि, ‘मैं भारत सरकार को आभार व्यक्त करना चाहता हूं कि उन्होंने मुझे पद्मश्री जैसे पुरस्कार से सम्मानित करने का फैसला किया। मैं आपकी और सरकार की बहुत इज्जत करता हूं लेकिन मैं यह पुरस्कार नहीं ले सकता। मैं एक सन्यासी हूं और मुझे पुरस्कारों में कोई रूचि नहीं है। मुझे आशा है कि अवॉर्ड ना लेने के मेरे फैसले का आप (पीएम मोदी) सम्मान करेंगे।’
Spiritual leader Siddheshwar Swamiji of Vijaypur has written a letter to Prime Minister Narendra Modi declining to accept the Padma Shri award which was conferred upon him. pic.twitter.com/UfQHUTgRFn
— ANI (@ANI) January 28, 2018
उन्होंने कहा कि, ‘यह पुरस्कार विभिन्न क्षेत्रों में महान कार्य करने वाले लोगों को दिया जाना चाहिए। वह पूरे सम्मान के साथ यह पुरस्कार लौटा रहे हैं। इसे अन्यथा न लें।’ स्वामी ने कहा कि आध्यात्मिक व्यक्ति होने के नाते मेरी किसी सम्मान या पुरस्कार में रुचि नहीं है। मैंने पूर्व में भी कोई पुरस्कार स्वीकार नहीं किया है। कनार्टक विश्वविद्यालय ने कुछ वर्ष पूर्व मुझे मानद उपाधि प्रदान की थी। उसे मैंने सम्मान के साथ लौटा दिया था।
गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) की पूर्व संख्या पर भारत सरकार ने देश के प्रतिष्ठित पद्म पुरस्कार पाने वाली हस्तियों के नाम का ऐलान किया था। इनमें कला, संस्कृति, खेल के साथ मानव सेवा के क्षेत्र में अहम योगदान देने वालों को जगह दी गई है। इस बार कुल 85 लोगों को पद्म पुरस्कार दिया गया है। इसमें से तीन लोगों को पद्म विभूषण, नौ लोगों को पद्म भूषण और 73 लोगों को पद्मश्री से सम्मानित किया गया है।