तीन तलाक के मुद्दे पर TV डिबेट में BJP नेता संबित पात्रा ने कहा- ढोंगाचार्य, गुस्साएं धर्माचार्य बोले- तू फ्रॉड, नालायक, लफंगा, दलाल

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राज्यसभा में तीन तलाक (तलाक-ए-बिद्दत) के खिलाफ मुस्लिम महिला (अधिकारों का संरक्षण) विधेयक पर बुधवार (3 जनवरी) को सरकार और विपक्ष के बीच हुई तीखी बहस के बाद गुरुवार (4 जनवरी) को सरकार ने इस बिल को राज्यसभा में पेश किया, लेकिन यह बिल राज्यसभा में जाकर अटक गया।

फाइल फोटो: @sambitswaraj

बता दें कि, गुरुवार (4 जनवरी) को केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इस बिल को राज्यसभा में पेश किया। मगर कांग्रेस के साथ-साथ विपक्ष ने बिल में कुछ संशोधनों करने सहित उसे सेलेक्ट कमेटी के पास भेजने की मांग की। बता दें कि सरकार के पास उच्च सदन में बहुमत भी नहीं है और विपक्ष के साथ-साथ बीजेपी के सहयोगी दल भी चाहते हैं कि इस बिल में तमाम खामियां हैं और उसे सेलेक्ट कमेटी के पास भेजा जाना चाहिए।

लेकिन सरकार ने जब इससे इनकार किया तो सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बहस होने लगी। दोनों पक्ष एक-दूसरे की मंशा पर सवाल उठा रहे हैं। ऐसे में सदन में हंगामा होता देख उप सभापति ने सदन की कार्यवाही अगले दिन तक स्थगित कर दी।

जनसत्ता.कॉम की ख़बर के मुताबिक, इसी मुद्दे पर ‘न्यूज 18 इंडिया’ पर लाइव डिबेट ‘आर पार’ में बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा और धर्माचार्य आचार्य प्रमोद कृष्णम आपस में भिड़ गए। बहस की शुरुआत में जब एंकर अमीष देवगन ने पूछा कि क्या तीन तलाक को प्रतिबंधित करने वाला बिल अटक गया है तो इस पर संबित पात्रा ने कांग्रेस समर्थित आचार्य प्रमोद कृष्णम को ढोंगाचार्य कहना शुरू कर दिया और कहा कि ढोंगाचार्य का फिर से पिटारा खुल गया।

इस पर बौखलाए प्रमोद कृष्णम ने संबित पात्रा को लफंगा, नालायक, फ्रॉड और दलाल तक कह डाला। प्रमोद कृष्णम ने कहा कि तुम इस देश के साथ बहुत बड़ा फ्रॉड कर रहे हो। आचार्य ने कहा कि ये गली-मोहल्ले का गुंडा है। एंकर पर भी आचार्य ने भड़ास निकालते हुए कहा कि आप इन्हें रोकने-टोकने की बजाय उकसाते हो।

इस पर एंकर अमीष देवगन ने दोनों लोगों से शांति बरतने की अपील की और कहा कि जब तक हम ब्रेक पर जाते हैं, तब तक आप लोग पानी पीकर ठंडा हो लीजिए।

लोकसभा में तीन तलाक बिल पास

बता दें कि लोकसभा ने गुरुवार (28 दिसंबर) को बहुचर्चित मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक -2017 को ध्वनिमत से पारित कर दिया। सदन ने विपक्षी सदस्यों की ओर से लाए गए कुछ संशोधनों को मत विभाजन से तथा कुछ को ध्वनिमत से खारिज कर दिया। बिना किसी संशोधन के पास हुए इस विधेयक में एक साथ तीन तलाक को दंडनीय अपराध बनाया गया है।

इसके बाद बुधवार को इस बिल को राज्यसभा में पेश किया गया था लेकिन कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल बिल को सेलेक्ट कमेटी के पास भेजने पर अड़ गए।

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