राज्यसभा उम्मीदवारी से पत्ता कटने के बाद कुमार विश्वास राजनीति से ले सकते हैं संन्यास

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आम आदमी पार्टी (AAP) ने बुधवार (3 दिसंबर) को राज्यसभा की तीन सीटों के लिए संजय सिंह, सुशील गुप्ता और एनडी गुप्ता (नारायण दास गुप्ता) को उम्मीदवार घोषित कर दिया। ‘आप’ के वरिष्ठ नेता संजय सिंह पीएसी के सदस्य हैं। सुशील गुप्ता कारोबारी हैं और एनडी गुप्ता चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं। उम्मीदवारों की घोषणा होते ही पार्टी में घमासान मच गया।

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पार्टी के वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास समेत कई नेताओं ने इस फैसले का विरोध किया। कुमार ने खुद को एक ‘शहीद’ करार देते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बोलने की वजह से उच्च सदन के लिए उनकी अनदेखी की गई। वहीं सूत्रों के मुताबिक ‘आप’ नेता आशुतोष ने भी पीएसी की बैठक में अरबपति कारोबारी के नाम पर आपत्ति जताई।

इस बीच मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक खुद का पत्ता काटे जाने के बाद पार्टी के सीनियर नेता कुमार विश्वास काफी नाराज हैं। ABP ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि कुमार विश्वास आम आदमी से इस्तीफा देकर राजनीति से पूरी तरह संन्यास ले सकते हैं। हालांकि इस बारे में कुमार की तरफ कोई बयान नहीं आया है।

इस पूरे गतिरोध पर आप से राज्यसभा उम्मीदवार और सीनियर नेता संजय सिंह ने एनडीटीवी को बताया कि बाहरी लोगों को लेने का फैसला पार्टी का है, जो सबको स्वीकार होना चाहिए। उन्‍होंने कहा कि दो गुप्ता का सवाल उठ रहा है, लेकिन हमने हमेशा दिखाया है हम कोई जातिवादी नहीं है।

उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल कोई जातिवादी नहीं हैं। हम पर हमेशा आरोप लगे हैं लेकिन हर बार हम साफ निकल कर आते हैं। संजय ने कहा कि कुमार विश्वास हमारे साथी है और हमेशा रहेंगे। हम कुमार को जरूर मनाने जाएंगे। उन्‍होंने कहा कि रात में कुमार का फोन आया और उन्होंने मुझे बधाई दी है।

कुमार विश्वास ने केजरीवाल पर बोला हमला

आम आदमी पार्टी की ओर से राज्यसभा का ट‌िकट कटने के बाद कुमार व‌िश्वास ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरव‌िंद केजरीवाल पर करारा हमला बोला है। कुमार ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक, टिकट वितरण में गड़बड़ी, जेएनयू समेत अन्य मुद्दों पर सच बोलने के लिए मुझे दंडित किया गया है। मैं इस दंड को स्वीकार करता हूं।

कुमार ने कहा कि मुझे डेढ़ साल पहले अरविंद ने बुलाकार कहा था कि सर जी आपको मारेंगे, लेकिन शहीद नहीं होने देंगे। मैं उनका बधाई देता हूं और अपनी शहादत को स्वीकार करता हूं। उन्होंने कहा कि युद्ध का भी एक छोटा नियम होता है कि शहीदों के शव से छेड़छाड़ नहीं की जाती।

कुमार ने कहा कि मुझे पता है कि अरविंद से बिना पूछे हमारे दल में कुछ होता नहीं है। मैं उनसे कहना चाहूंगा कि वह अपने विधायकों और नेता से कहें कि ट्वीट या किसी अन्य माध्यम से शहीद के शव के साथ छेड़छाड़ ना करें, नहीं तो ये युद्ध के नियमों के विपरीत होगा।

कुमार ने राज्यसभा की टिकट पाने वाले उम्मीदवारों पर तंज कसते हुए कहा कि हर विधायक के लिए रैलियां करके और ट्वीट कर करके, मीडिया में बहस करके जिन्होंने आज पार्टी को खड़ा किया था। ऐसे महान क्रांतिकारी सुशील गुप्ता पार्टी ने चुना है। इसके लिए अरविंद को बधाई देता हूं। कार्यकर्ताओं को लख-लख बधाई देता हूं कि आखिरकार आपकी बात सुनी गई।

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