महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी ने ट्रोल बिग्रेड को उनका धर्म पुछने पर करारा जवाब दिया है। ट्रोल बिग्रेड ने उनसे धमकी भरे अंदाज में कई सवाल किए जिसके फडणवीस की पत्नी ने करारे जवाब दिए।
फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस मंगलवार को एक एफएम रेडियो चैनल के चैरिटेबल इवेंट में शामिल हुई थीं। इसकी थीम क्रिसमस पर रखी गई थी। अमृता ने एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने एक कार्यक्रम की तस्वीरें साझा कीं। ये कार्यक्रम संता थीम पर आधारित था, कार्यक्रम की फोटो के साथ अमृता ने जब ट्वीट में बताया कि उन्होंने ‘बी-संता कैंपेन’ को लॉन्च किया तो इस पर दक्षिणपंथी ट्रोल बिग्रेड ने उनको निशाने पर लेना शुरू कर दिया।
दक्षिणपंथी ट्रोल बिग्रेड ने ट्रोल करते हुए लिखा, “क्या अमृता फडणवीस शादी से पहले हिंदू थीं?”
वहीं, एक दूसरे यूजर ने कमेंट किया, “अमृता फडणवीस को हिंदू त्यौहारों को भी ऐसे प्रमोट करना चाहिए।”
उनकी धार्मिकता पर सवाल उठाते हुए एक ने लिखा कि संता की जगह राम क्यों नहीं?
जबकि एक कमेंट में ये भी कहा गया कि अमृता का ये कदम उनके पति मुख्यमंत्री के करियर के लिए सही नहीं है।
पोस्ट पर आलोचना के बाद अमृता ने लोगों को जवाब भी दिया। उन्होंने कहा कि दूसरों की तरह मैं भी स्वाभिमानी हिंदू हूं और मैं हर त्योहार मनाती हूं।
उन्होंन सीएम फडणवीस को टैग करते हुए लिखा, “प्यार, शेयरिंग और सहानुभूति का कोई धर्म नहीं होता। हमारे आसपास की सकारात्मकता को हमें स्वीकार करना चाहिए और हर तरह की नकारात्मकता से दूर रहना चाहिए।” अमृता फडणवीस के इसी ट्वीट पर ट्रोलर्स ने उन्हें ट्रोल कर दिया।
I’m a proud Hindu & like many, I celebrate every festival in my country & that is an individual choice…. We represent the true spirit of our country … and that doesn’t dilute our love towards our country, religion & humanity ….
— AMRUTA FADNAVIS (@fadnavis_amruta) December 12, 2017
उनके इस ट्वीट को पत्रकार और स्तंभ लेखिका शेफाली वैद्य ने आड़े हाथों लिया और तंज कसते हुए ट्वीट किया, ‘पति देवेंद्र फडनवीस क्रिसमस प्रेयर कर रहे हैं और पत्नी बी-सांता जैसे कार्यक्रमों को लॉन्च कर रही हैं। महाराष्ट्र में अब यह सब काफी आसान हो गया है।’ जिसके जवाब में अमृता ने ट्वीट कर कहा, ‘प्यार, मोहब्बत और सदभावना का कोई धर्म नहीं होता है। अपने आसपास की सकारात्मक ऊर्जा को ग्रहण कीजिए और नकारात्मक एनर्जी से दूर रहिए।’