केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में पर्यटन मंत्री केजे अल्फोंस की वजह से कथित रूप से फ्लाइट में देरी होने से नाराज एक महिला डॉक्टर ने मणिपुर की राजधानी इंफाल एयरपोर्ट पर उन्हें जमकर लताड़ लगाई। महिला का आरोप है कि वीआईपी मूवमेंट की वजह से उसकी फ्लाइट में देरी हो रही थी। पेशे से डॉक्टर यह महिला इस बात से नाराज मंत्री पर भड़क गई। इस पूरी घटना को किसी ने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड कर लिया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।हालांकि केंद्रीय मंत्री अल्फोंस ने बुधवार (22 नवंबर) को कहा कि विमान के विलंब से उड़ान भरने के लिए वह उत्तरदायी नहीं है। पर्यटन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अल्फोंस ने कहा कि वीवीआईपी सुरक्षा प्रोटोकॉल के कारण उड़ान में विलंब होने के लिए वह जिम्मेदार नहीं हैं।
दरअसल, महिला यात्री को पटना में अपने रिश्तेदार के अंतिम संस्कार कार्यक्रम में जाना था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक महिला अपने किसी करीबी के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए समय पर घर पहुंचना चाह रही थी। मंत्री अल्फोंस को यहां विमान पकड़ना था और इसकी वजह से महिला की फ्लाइट समेत अन्य उड़ानों में कथित रूप से देर हो रही थी।
वीडियो फुटेज में महिला यात्री की पहचान चिकित्सक के रूप में हुई है जो इंफाल हवाई अड्डे पर मंत्री से बहस करती दिखी। महिला अल्फोंस से आग्रह करती दिखी, मुझे पटना पहुंचना है। मेरे लिए एक शव का अंतिम संस्कार रोका गया है। अन्यथा शव सड़ने लगेगा। मैं चिकित्सक हूं, मैं जानती हूं। शव अब भी घर पर है।
WATCH:Angry passenger shouts at Union Minister KJ Alphons at Imphal Airport after flights were delayed due to VVIP arrival schedule #Manipur pic.twitter.com/0EWHjIA30n
— ANI (@ANI) November 22, 2017
इंफाल हवाई अड्डे के निदेशक एस के पाणिग्रही ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को फोन पर बताया कि राष्ट्रपति के कल राज्य के दौरे के कारण तीन विमानों के उड़ान में विलंब हुआ। उन्होंने कहा कि व्यावसायिक उड़ान प्रभावित हुई क्योंकि राष्ट्रपति का विमान आने वाला था। उन्होंने कहा कि कोई भी उड़ान रद्द नहीं हुई।
हवाई अड्डे के निदेशक ने कहा कि तीन व्यावसायिक उड़ानों में 90 मिनट से दो घंटे तक का विलंब हुआ। अल्फोंस के मुताबिक हवाई अड्डे पर रो रही महिला से उन्होंने संपर्क किया और वीडियो में महिला अपना धैर्य खोती दिख रही है।अल्फोंस ने पीटीआई से कहा कि, वह रो रही थी और मैं जानना चाहता था कि क्या हुआ।
उसने कहना शुरू कर दिया कि उसे पटना जाना है और एक रिश्तेदार के अंतिम संस्कार में शामिल होना है जो दोपहर में होने वाला है। वह हताश थी क्योंकि उड़ान में विलंब हो रहा था और उसे डर था कि शव सड़ने लगेगा। उन्होंने कहा कि वह चाहती थी कि भारत सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर मैं इसमें हस्तक्षेप करूं।
अल्फोंस ने कहा कि मैं उनका गुस्सा समझा सकता हूं लेकिन मैंने उनसे कहा कि राष्ट्रपति का विमान लैंड करने वाला है और प्रोटोकॉल के मुताबिक उस वक्त कोई दूसरा विमान न तो उड़ान भर सकता है न ही यहां उतर सकता है। उन्होंने कहा कि यह प्रोटोकॉल पिछले 70 वर्षों से है और इस सरकार ने नहीं बनाया है। मैंने उन्हें बताने का प्रयास किया कि राष्ट्रपति का विमान उतरने के तुरंत बाद उनका विमान उड़ान भरेगा लेकिन वास्तव में वह परेशान थी।
मंत्री ने कहा कि वीआईपी संस्कृति को बढ़ावा देने वाले प्रोटोकॉल के पक्ष में वह नहीं हैं और उन्होंने अधिकारियों को सूचित किया है कि उनके लिए पायलट जीप नहीं भेजा जाना चाहिए। बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मणिपुर की राजधानी में पूर्वोत्तर विकास शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करने के लिए पहुंचने वाले थे और इसमें कई केंद्रीय मंत्रियों को भी हिस्सा लेना था।