‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ के बैन वाली खबरों पर ‘बबीता’ ने दिया बड़ा बयान

0

सोनी टीवी का विवादित शो ‘पहरेदार पिया की’ के बाद टीवी के एक और मशहूर शो पर बैन का खतरा मंडरा रहा है। जी हां, हम बात कर रहे हैं भारत में सबसे ज्यादा टीआरपी लाने वाला प्रख्यात कॉमेडी शो ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ की, जो अपने एक सीन की वजह से विवादों में फंस गया है। खबरों की मानें तो धारावाहिक पर आरोप लगाया है कि उसने सिख धर्म की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है। यह मामला इतना आगे बढ़ गया है कि लोग शो के बैन कराने की मांग कर रहे हैं।

इस बीच शो में ‘बबीता’ का किरदार निभाने वाली मुनमुन दत्ता ने सफाई पेश की है। एक वेबसाइट के मुताबिक, मुनमुन दत्ता ने इस बारे में कहा कि आरोप लगाने वाले लोगों को पहले एक बार फिर से अच्छी तरह उस एपिसोड को देखना चाहिए। मुनमुन ने कहा कि गुरूचरण (जो शो में सोढ़ी का किरदार निभाते हैं) वो खुद सिख समुदाय से तालुक्क रखते हैं वो खुद कुछ ऐसा नहीं कहते, जिससे सिख समुदाय की भावनाएं आहत हो।

उन्होंने आगे कहा कि मुझे अच्छी तरह याद है कि शो का एपिसोड शूट किए जाने के दिन उन्होंने (गुरूचरण) कहा था कि गुरु गोविंद सिंह जी का किरदार निभाने की अनुमति किसी को भी नहीं है। इसके बाद खालसा के किरदार को फिल्माया गया था और हमने पर्दे पर उसे ही दिखाया है। जो लोग आपत्ति जता रहे हैं उन्होंने उस एपिसोड को सही से नहीं देखा है।

मुनमुन ने कहा कि मैं चाहती हूं कि वो इस एपिसोड को फिर से देखें। ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ की सबसे खास बात ही यह है कि हम इसमें हर धर्म, जाति, संस्कृति और समुदाय के लोगों को शामिल करते हैं। हमारी हमेशा से यह कोशिश रही है कि हमारे किसी भी डायलॉग या अभिनय से किसी की भावनाएं आहत नहीं हों।

क्या है मामला?

सोनी सब आने वाला मशहूर टीवी शो ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ पर ‘ईशनिंदक’ सीन दिखाने के आरोप लगाते हुए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने इस पर तत्काल बैन लगाने की मांग की है। बता दें कि ‘तारक मेहता…’ का पहला एपिसोड 28 जुलाई, 2008 को प्रसारित हुआ था। तब से अब तक यह दर्शकों को मनोरंजन करता आ रहा है।

एसजीपीसी प्रमुख कृपाल सिंह बादुंगर ने मीडिया को जारी एक बयान में कहा कि ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ धारावाहिक ने सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह के जीवित स्वरूप का चित्रण कर समुदाय को ठेस पहुंचाई है और ऐसा करना ‘सिख सिद्धांतों’ के खिलाफ है। बता दें कि ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ टीआरपी की दौड़ में हमेशा टॉप फाइव में बना रहता है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बादुंगर ने कहा कि कोई भी अभिनेता या कोई भी चरित्र खुद की दसवें सिख गुरु गोविंद सिंह के साथ समानता नहीं कर सकता। यह अक्षम्य कृत्य है। बता दें इससे पहले पिछले दिनों ही सोनी टीवी के शो ‘पहरेदार पिया की’ को बैन करने के लिए दर्शकों के एक वर्ग ने ऑनलाइन अभियान शुरू कर दी थी, जिसके बाद यह शो को बंद कर दिया गया। अब देखना हो कि ‘तारक मेहता…’ पर क्या कार्रवाई होती है?

Previous articleइवांका ट्रंप ने सुषमा स्वराज को बताया ‘करिश्माई’ विदेश मंत्री
Next articleExplosive: Subramanian Swamy says India’s growth rate much lower than what is being presented