उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में स्थित पूर्व उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी की पत्नी सलमा अंसारी के मदरसा ‘चाचा नेहरू’ में रविवार(17 सितंबर) को असामाजिक तत्वों द्वारा की गई एक बड़ी साजिश नाकाम हो गई है। दरअसल, चाचा नेहरू मदरसे में शिक्षण संस्थान के वाटर कूलर में जहरीला पदार्थ मिलाकर बड़ी वारदात करने की कोशिश की गई।
हालांकि, एक छात्र ने दो अज्ञात लड़कों को यह जहरीला पदार्थ मिलाते हुए देख लिया, जिसकी वजह से बड़ी दुर्घटना होते-होते बच गई। फिलहाल इस मामले की रिपोर्ट सिविल लाइंस थाने में दो अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज हो गया है। ‘जनता का रिपोर्टर’ से बातचीत में कोतवाली सिविल लाइन के इंस्पेक्टर जावेद खान ने इसकी पुष्टि की है। हालांकि उन्होंने अभी इस मामले में ज्यादा जानकारी देने से इनकार कर दिया। इंस्पेक्टर खाने ने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।
वहीं, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मदरसे के वार्डन जुनैद सिद्दीकी ने बताया कि बिहार के दरभंगा निवासी सातवीं कक्षा का छात्र अफजल पानी पीने के लिए नीचे वाटर कूलर की तरफ गया। यह वाटर कूलर मेन गेट के पास कोने में ही रखा है। यहां उसे दो लड़के दिखाई दिए। सिद्दीकी के मुताबिक, एक युवक वाटर कूलर में कोई पाउडर डाल रहा था। जब उन्होंने अफजल को देखा तो दूसरे युवक ने शोर मचाने पर गोली मारने की धमकी दी।
इसके बाद दोनों युवक दीवार फांदकर भाग गए। लेकिन जल्दबाजी में भागने की वजह से जहरीला पदार्थ व रैपर बाहर ही गिर गया। हालांकि, अफजल ने युवकों के धमकियों को नजरअंदाज कर फौरन यह बात मदरसे के वार्डन जुनैद सिद्दीकी को बताई। जिसके बाद आनन-फानन में सिद्दकी वाटर कूलर के पास पहुंच गए और पुलिस को इस घटना की जानकारी दी। वारदात की सूचना मिलते ही सिविल लाइंस पुलिस मौके पर पहुंच कर जांच में जुट गई।
2 अज्ञात युवकों के खिलाफ मामला दर्ज
जनता का रिपोर्टर से बातचीत में कोतवाली सिविल लाइन के इंस्पेक्टर कोतवाली जावेद खान ने कहा कि इस मामले में दो अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच की जा रही है। बता दें कि अलीगढ़ शहर के सिविल लाइंस इलाके में भमोला फाटक के पास बंगाली कोठी स्थित मदरसा ‘चाचा नेहरू’ को सलमा अंसारी की अलनूर चैरिटेबिल सोसायटी संचालित करती है।