अगले साल अप्रैल से एलपीजी सिलेंडर पर सब्सिडी पूरी तरह खत्म हो जाएगी। मोदी सरकार ने इस पर अमल भी शुरू कर दिया है। यह जानकारी खुद पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने सोमवार(31 जुलाई) को लोकसभा में दी है। प्रधान ने लोकसभा में एक सवाल के जवाब में बताया कि सरकार ने 30 मई को तेल कंपनियों को निर्देश दिया कि वे सिलेंडर के दाम में हर माह चार रुपये का इजाफा करें। ये इजाफा मार्च 2018 तक या फिर अगले आदेश तक जो भी पहले हो जारी रखा जाएगा। प्रधान ने बताया कि सरकार का लक्ष्य 31 मार्च 2018 एलपीजी सब्सिडी पूरी तरह खत्म करना है। इससे पहले सरकार ने 1 जुलाई 2016 से गैस सिलेंडर की कीमत में हर माह दो रुपये की वृद्धि करने का फैसला किया था। अब तक करीब दस बार यह वृद्धि हुई है। सरकार ने जीएसटी लागू होने के बाद 11 जुलाई को एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 32 रुपये की वृद्धि की थी।
पिछले कई वर्षो में सब्सिडी गैस सिलेंडर की कीमत में यह सबसे अधिक वृद्धि थी। प्रधान ने बताया है कि पिछले वर्ष तेल कंपनियों को हर महीने दो रुपये प्रति सिलेंडर की मूल्य बढ़ोतरी करने की इजाजत दी गई थी। अब जून, 2017 में तेल कंपनियों को नया निर्देश दिया गया है कि वे अब हर महीने चार रुपये की बढ़ोतरी करे।
जानकारों का कहना है कि अभी सब्सिडी व गैर सब्सिडी सिलेंडर की कीमत में 87 रुपये प्रति सिलेंडर का फर्क है। ऐसे में चार रुपए प्रति माह बढ़ाने से सब्सिडी पूरी तरह खत्म नहीं होगी। लिहाजा, सरकार कुछ माह में इस राशि को बढ़ा सकती है। साथ ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में एलपीजी की कीमतों में भी फेरबदल के आसार हैं।
वर्तमान में हर परिवार को एक साल में सब्सिडी वाले 14.2 किलोग्राम के 12 सिलेंडर मिलते हैं। अगर किसी परिवार को 12 सिलेंडर से अधिक की जरूरत होती है तो उन्हें बाजार की दर पर इसे खरीदना पड़ता है। फिलहाल, राजधानी दिल्ली में एलपीजी सिलेंडर की कीमत 477.46 रुपये है और बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमत 564 रुपये है।