सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर हो रहा है जिसमें दिख रहा है कि, एक महिला पुलिस अधिकारी एक कार में चढ़ी ब्लैक फिल्म को हटा रही है। लेकिन उसे इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा था कि शायद उसे यह ब्लैक फिल्म उतारना भारी पड़ सकता है।
बीजेपी शासित राज्य मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में डुमना चौकी प्रभारी दरोगा उषा सोमवंशी को कार में चढ़ी ब्लैक फिल्म हटाना भारी पड़ गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, युवक का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें रोकते हुए बेवजह गालियां देना शुरू कर दिया और विरोध करने पर सिपाहियों से पिटाई करवाई।
जिसका वहां पर मौजूद युवकों ने उस पूरे वाक्य का वीडियो बना लिया है और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। ख़बर के मुताबिक, युवकों की शिकायत पर महिला पुलिस को चौकी प्रभारी से हटाकर सीएसपी जबलपुर अटैच किया है।
ख़बरों के मुताबिक, डुमना चौकी प्रभारी उषा सोमवंशी का कहना है कि, उन्हें एक फैमिली ने सूचना दी थी कि कुछ युवक उनके साथ छेड़छाड़ और गाली-गलौज कर रहे थे। जिसके कारण कार को रोककर जांच की गई थी। सभी कारों में ब्लैक फिल्मे लगीं हुई थीं, जिन्हें हटाने पर कार सवार पुलिसकर्मियों से छिना झपटी करने लगे थे, जिसके कारण उन पर सख्ती की गई थी। अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
बता दें अभी हाल ही में यूपी में कुछ ऐसा ही देखने को मिला था। यूपी में बुलंदशहर के सयाना सर्कल के पास ड्यूटी पर तैनात महिला पुलिस अधिकारी श्रेष्ठा ठाकुर अपनी टीम के साथ गाडियों की चैकिंग कर रही थी। इस दौरान गाड़ी के जरुरी दस्तावेज न होने पर पुलिस ने एक बीजेपी नेता का चालान काट दिया था।
जिसके कुछ दिनों के बाद सीओ श्रेष्ठा ठाकुर का बुलंदशहर के स्याना पुलिस थाने से तबादला कर बहराइच भेज दिया था। जिसके बाद सीओ श्रेष्ठा ठाकुर ने भी इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। ठाकुर ने अपने फेसबुक वॉल पर एक पोस्ट के जरिए करारा जवाब देते हुए लिखा था कि, ‘जहां भी जाए गा, रौशनी लुटाए गा। किसी चराग का अपना मकां नहीं होता।’
देखिए वीडियो:
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Posted by जनता का रिपोर्टर on Friday, 14 July 2017