योगी आदित्यनाथ के उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में गत महीने 26 जून को 100 दिन पूरे हो गए। बीजेपी सरकार ने 19 मार्च 2017 को कामकाज संभाला था। बीजेपी और उसके सहयोगी दलों ने 403 सदस्यीय विधानसभा में 325 सीटों पर विजय हासिल की थी। सरकार के इन 100 दिनों के कार्यकाल में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं।
file photoहालांकि, जब से योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बने हैं, उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती राज्य में बिगड़े कानून-व्यवस्था को दुरुस्त करना है। क्योंकि योगी सरकार बनने के बाद भी पिछली सरकारों की तरह आए दिन रेप-बलात्कार, लूट, हत्या, डकैटी और नेताओं की गुंडागर्दी की खबरें लगातार सामने आ रही है।
इस बीच सरकार की तरफ से एक ऐसा आंकड़ा सामने आया है कि जिसे पढ़ने के बाद यह साफ हो गया है कि बिगड़े कानून-व्यवस्था पर रोकथाम लगाने में योगी सरकार पूरी तरफ विफल रही है। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद उत्तर प्रदेश में दंगों की घटनाओं में 30 प्रतिशत तक की भारी बढ़ोत्तरी हुई है।
पुलिस से प्राप्त आंकड़े बताते हैं कि योगी सरकार के दौरान 16 मार्च 2017 से 31 मई 2017 के बीच 2317 दंगों की घटनाएं हुईं। जो पिछले वर्ष की तुलना में 30 प्रतिशत अधिक है, जबकि इसी अवधि में 2016 में 1771 दंगों के मामले सामने आए थे।
इतना ही नहीं, योगी राज में बलात्कार की घटनाए भी दोगुनी हो गई है। 16 मार्च 2017 से 31 मई 2017 के बीच उत्तर प्रदेश में 1136 मामले सामने आए। अगर अखिलेश सरकार से तुलना करें को रेप की घटनाओं में भारी इजाफा देखने को मिला है। इस अवधि के दौरान पिछले वर्ष 2016 में 781 मामले सामने आए थे।
यूपी में खराब कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर योगी सरकार लगातार विरोधी पार्टियों के निशाने पर है। योगी सरकार के अब तक के कार्यकाल के दौरान पहले 100 दिन अपराध नियंत्रण और कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए संघर्ष करते बीते।