बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार(19 अप्रैल) को बड़ा फैसला दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के सीनियर नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती समेत 13 अन्य नेताओं पर आपराधिक साजिश का केस चलेगा। कोर्ट ने दो साल के भीतर दोनों मामले निपटाने का आदेश दिया है।
हालांकि, इस मामले में राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह को संविधान मे मिली छूट का लाभ मिलेगा। जब तक वह पद पर है तब तक उन पर आपराधिक साजिश का केस नहीं चलेगा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कल्याण सिंह के पद से हटते ही उन पर आरोप तय होंगे।
इस मामले पर केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा कि किसी तरह की साजिश नहीं थी, जो था खुल्लम खुल्ला था। उन्होंने कहा कि अयोध्या के लिए, गंगा के लिए, तिरंगे के लिए मैं कोई भी सजा भुगतने को तैयार हूं।
Koi saazish nahi thi, sab khullam-khulla tha. Mann mein aisa kuch nahi tha: Union Minister Uma Bharti #BabriMasjid pic.twitter.com/uAD6FMEYNd
— ANI (@ANI) April 19, 2017
उमा भारती ने कहा कि मैं आज(बुधवार) ही रात को अयोध्या जा रही हूं। रामलला के दर्शन करूंगी। राम मंदिर के लिए जो करना होगा करूंगी। उन्होंने कहा कि वह हनुमान गढी, रामलला मंदिर, सरयू के घाट पर आभार जताने जाएंगी, क्योंकि मुझे इतना यश और सम्मान दिया।
उमा ने कहा कि हां मैं 6 दिसंबर को मौजूद थी, इसमें साजिश की कोई बात नहीं। अयोध्या आंदोलन में मेरी भागीदारी थी, मुझे कोई खेद नहीं है। मैं इसके लिए कोई भी सजा भुगतने को तैयार हूं।
इस्तीफे के सवाल पर उमा भारती ने कहा कि सिख दंगे हुए थे, तो सोनिया गांधी को भी आपराधिक षड्यंत्र का केस चलना चाहिए। इसलिए कांग्रेस को इस बारे में बात करने का कोई अधिकार नहीं है।