राजस्थान के अलवर में गोरक्षा के नाम पर गोरक्षकों द्वारा गाय ले जाने वालों की पिटाई और एक शख्स की हत्या के मामले को लेकर गुरुवार(6 मार्च) को संसद से लेकर सड़क तक हंगामा हुआ। एक तरफ कांग्रेस ने इस मामले को लेकर संसद में स्थगन प्रस्ताव दिया। वहीं, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कानून-व्यवस्था बिगड़ने की स्तब्ध करने वाली घटना बताया और इस क्रूर एवं विवेकहीन हमले के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की।
राहुल ने इस घटना के बारे किए गए विभिन्न ट्वीट में सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि जब सरकार अपना दायित्व त्याग देती है और पीट-पीटकर मार देने वाली भीड़ को शासन करने की अनुमति दे देती है तो इसी तरह की विकट त्रासदियां होती हैं।
When Govt abdicates responsibility&allows lynch mobs to rule,tragedies of immense proportion follow.Shocking breakdown of law&order in Alwar
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 6, 2017
इस घटना पर कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि इस क्रूर और विवेकहीन हमले के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सरकार कड़ी कार्रवाई करेगी। राहुल ने कहा कि सभी सही सोचने वाले भारतीयों को इस अंध बर्बरता की निंदा करनी चाहिए।
We expect Govt to take strict action against those responsible for this brutal & senseless attack
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 6, 2017
वहीं, राज्यसभा में भी इस मामले को लेकर जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेस ने इस मामले में संसद में स्थगन प्रस्ताव दिया है। जबकि सरकार ऐसी घटना होने से ही इनकार कर दिया है। सरकार की तरफ से केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि गोरक्षा के नाम पर सरकार गुंडागर्दी का समर्थन नहीं करती। उन्होंने कहा कि ये मामला बेहद संवेदनशील है और सदन से कोई गलत संदेश नहीं जाना चाहिए।
Jis tarah ki ghatna pesh ki ja rahi hai, aisi koi ghatna zameen par nahi hui hai: Mukhtar Abbas Naqvi in RS on Rajasthan's Alwar incident pic.twitter.com/ZqrUBwdwP1
— ANI (@ANI) April 6, 2017
नकवी ने कहा कि जिस तरह की घटना पेश की जा रही है, ऐसी कोई घटना जमीन पर नहीं हुई है। नकवी के बयान का विरोध करते हुए कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि मुझे बहुत अफसोस है कि मंत्रियों को कोई जानकारी नहीं है। यहां तक कि न्यूयॉर्क टाइम्स(अमेरिका का अखबार) भी जानता है लेकिन मंत्री नहीं जानते।
क्या है पूरा मामला?
राजस्थान के अलवर के बहरोड़ थाना क्षेत्र में कथित गोरक्षकों की भीड़ द्वारा गाय लेकर जा रहे मुस्लिम समुदाय के 15 लोगों पर किए गए हमले में बुरी तरह जख्मी होकर तीन अप्रैल को 55 वर्षीय पहलू खान नाम की मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में हत्या का केस दर्ज कर लिया है और तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
मेवात जिले के नूंह तहसील के जयसिंहपुर गांव के रहने वाले पहलू खान एक अप्रैल को अपने दो बेटों और पांच अन्य लोगों के साथ जब गाय खरीदकर लौट रहे थे, तब राजस्थान के बहरोड़ में कथित गोरक्षों ने गो-तस्करी का आरोप लगाकर उन लोगों की जमकर पिटाई की।
भीड़ के हमले में अन्य लोगों के साथ बुरी तरह से पिटाई के शिकार हुए 55 साल के पहलू खान ने सोमवार रात 3 अप्रैल को दम तोड़ दिया था। जबकि बाद में मिले दस्तावेजों से साफ होता है कि उनके पास गाय ले जाने के दस्तावेज भी थे। इन रसीदों में इन लोगों द्वारा जयपुर नगर निगम और दूसरे विभागों को चुकाए गए पैसों की रसीद है, जिसके तहत वे कानूनी रूप से गायों को ले जाने का हक रखते थे।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मारपीट करने वाले लोग हिंदू वादी संगठन बजरंग दल, हिन्दू जागरण मंच और वीएचपी से जुड़े थे। हैरानी की बात ये है कि गोरक्षा के नाम भीड़ कुछ लोगों को मारती रही और पुलिस वहीं खड़ी होकर तमाशा देखती रही। वहीं, राजस्थान के गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया का मानना है कि ‘गोरक्षकों’ ने अच्छा काम किया, लेकिन लोगों की पिटाई कर उन्होंने कानून का उल्लंघन भी किया।