हाल में घोषित हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद ईवीएम से छेड़छाड़ के आरोप का मामला गरमाता जा रहा है। बसपा प्रमुख मायावती और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बाद अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी अब इस मामले में कूद पड़ी हैं।
फाइल फोटो।ममता बनर्जी ने शुक्रवार(17 मार्च) को कहा कि चुनाव आयोग को इस मुद्दे पर चर्चा के लिए एक सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोई स्वीकार करे या ना करे यह पूरी तरह से उनकी पसंद है, लेकिन चुनाव आयोग एक सर्वदलीय बैठक बुला सकता है।
ममता ने भाजपा के ही वरिष्ठ नेता और पेशे से वकील सुब्रमण्यम स्वामी की ओर से दिए गए बयान की वीडियो क्लीपिंग को आधार बनाकर चुनाव आयोग से यह मांग की है। उन्होंने कहा कि मैंने चुनाव आयोग का यह बयान देखा है कि ऐसा कुछ नहीं है, लेकिन मैंने बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी का भी एक वीडियो टेप देखा है, जिसमें उन्होंने ईवीएम में छेड़छाड़ हो सकने की बात कही है। ममता ने स्वामी के विचारों वाला वीडियो भी मीडिया को दिखाया।
गौरतलब है कि वीडियो में स्वामी को यह कहते देखा जा सकता है कि जापान में ईवीएम बने थे, लेकिन वहां चुनाव में मत पत्रों का ही इस्तेमाल होता है, क्योंकि मशीनों से छेड़छाड़ की जा सकती है। इस वीडियो में भाजपा नेता को यह कहते सुना जा सकता है कि यहां तक कि अमेरिका और जर्मनी जैसे देश ईवीएम की बजाय मत पत्रों का इस्तेमाल करते हैं।
बता दें कि सबसे पहले बसपा प्रमुख मायावती ने ईवीएम पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया था कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में भाजपा की जीत पक्की करने के लिए ईवीएम को ‘मैनेज’ किया गया था। जिसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी कहा कि मायावती से सहमति जताते हुए कहा था कि ईवीएम से पंजाब में छेड़छाड़ की गई थी, जिससे आम आदमी पार्टी के 20-25 फीसदी वोट अकाली दल-भाजपा गठबंधन को स्थानांतरित हो गए।