पंजाब के चुनावी नतीजों पर केजरीवाल ने सवाल उठाते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी मालवा स्वीप कर रही है। किसी ने भी ये नहीं कहा कि कांग्रेस स्वीप कर रही है। उन्होंने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि हमें हरगोविन्दपुर में केवल 1 वोट मिला, खेमकरण में केवल 5 वोट मिलें जबकि 9 हमारे वालिंटियर्स थे। हमारे वालिन्टियर्स की संख्या अधिक थी जबकि वोटें कम मिली। ऐसे में मन में ये शक पैदा होता है कि कहीं EVM के जरिए वोट ट्रांसफर तो नहीं कर दिया गया?
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में भी स्वतंत्र उम्मीदवार श्रीकांत ने के आरोप को दोहराया और कहा कि उन्हें खुद एक वोट मिला जबकि उनके परिवार ने भी उन्हें वोट डाले थे तो आखिर वो वोट गए कहां?
केजरीवाल ने शंका जताते हुए कहा कि इसमें कुछ न कुछ तो गड़बड़ है। ये चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है कि लोगों को चुनाव पर भरोसा बना रहे अगर ये भरोसा उठ गया तो लोकतंत्र का कोई मतलब ही नहीं रहेगा। हमारा मकसद भविष्य है कि भविष्य में इस चुनावी सिस्टम पर लोगों का भरोसा बना रहे।
यहां उन्होंने प्रिंटर से पर्ची निकलने का हवाला दिया कि सुप्रीम कोर्ट ने इसे लागू करने के लिए कहा है लेकिन ये हो नहीं सका। इसलिए लोगों का भरोसा इस बात से उठ रहा है। हालांकि उन्होंने माना कि अब ये चुनाव कानूनी तौर पर भी रद्द नहीं किया जा सकता। लेकिन इसकी जांच होनी चाहिए।
ईवीएम की विश्वसनीयता पर उन्होंने कहा कि बीजेपी के एल के आडवानी खुद इस बात पर उंगली उठा चुके है। यहां उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के हवाले से बताया कि कोर्ट मानता है कि ईवीएम टैम्पर हो सकती है। आगे उन्होंने कहा कि अगर ईवीएम टैम्पर हो सकती है तो फिर लोकतंत्र कहां बचेगा?