नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी में घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। कई महीनों से जारी इस खींचतान के दौरान खामोश रहने वाले सीएम अखिलेश यादव ने आखिरकार अपनी चुप्पी तोड़ दी है। सपा अध्यक्ष ने इशारों-इशारों में चाचा शिवपाल यादव पर हमला बोलते हुए जनता से विधानसभा चुनाव में हराने की अपील तक कर दी।
इटावा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए अखिलेश ने वहां मौजूद जनता से उन लोगों को सबक सिखाने की अपील की, जिन्होंने मुलायम और उनके बीच खाई पैदा की। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग जिन्होंने नेता जी और हमारे बीच खाई पैदा की है, इटावा के लोगों उन्हें सबक सिखाने का काम करना।
यूपी सीएम ने कहा कि ‘इन लोगों ने साजिश की और जब साजिश का पर्दाफाश हो गया तो कहते हैं कि विरासत में कुछ नहीं मिला।’ उन्होंने कहा कि ‘जो साइकल छीनने वाले थे, कम से कम उनकी साइकल छिन गई। जिन पर हमने भरोसा किया, उन्होंने ही मुझे और नेताजी को लड़ा दिया।’
उन्होंने कहा कि मैंने कभी साइकिल को हराने की बात नहीं की, लेकिन सुना है इटावा में चुपके-चुपके मोबाइल से लोगों को बुलाकर साइकिल को हराने की बात कही जा रही है। अखिलेश ने कहा कि हमने सुना है कि इटावा में एक नई पार्टी भी बनने जा रही है। ये आरोप तो हम पर लगता था कि हम नई पार्टी बनाने जा रहे हैं। कौन समझाए कि नई पार्टी बनाने से कुछ नहीं होता।