टेलिविजन के चर्चित शो ‘कॉफी विद करण’ में एक के बाद कई महिला-विरोधी और आपत्तिजनक विवादित टिप्पणियों के चलते सोशल मीडिया पर आलोचनाओं में घिरे ऑलराउंडर क्रिकेटर हार्दिक पंड्या और और केएल राहुल मामले में अब कप्तान विराट कोहली का भी बयान सामने आ गया है। कोहली ने पंड्या के बयान का समर्थन नहीं किया, लेकिन यह भी कहा कि इस सबके बावजूद उनकी टीम के प्रति जो भावना है उसमें कमी नहीं आएगी।

ऑस्ट्रेलिया में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कोहली ने कहा, ‘भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा होने और जिम्मेदार क्रिकेटर होने के नाते हम उनके बयान और विचारों से इत्तेफाक नहीं रखते। वह उनके निजी विचार हैं। हम फैसले का इंतजार कर रहे हैं।’ कोहली ने आगे कहा कि टीम इंडिया के नजरिए से देखें तो चेंजिंग रूम में हमारे व्यवहार में कोई बदलाव नहीं आएगा।
कोहली ने यह भी साफ किया कि दोनों को टीम में लेने का फैसला सीओए के निर्णय के बाद ही लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि फैसला आने के बाद ही कॉम्बिनेशन डिसाइड किया जाएगा। साथ ही कोहली ने कहा- ‘हमारा पूरा फोकस वर्ल्ड कप पर है। हमें पता है टीम को किस दिशा में ले जाना है।’
Virat Kohli on KL Rahul & Hardik Pandya: From the Indian cricket team's point of view, this changes nothing in our beliefs in the change room, it does nothing to the spirit we have have been able to create. Combinations will have to be thought of once the decision comes out. pic.twitter.com/TDL3FNA4Ta
— ANI (@ANI) January 11, 2019
सीओए प्रमुख बोले, सख्त कार्रवाई हो
भारतीय क्रिकेटर हार्दिक पांड्या और राहुल टीवी शो ‘कॉफी विद करन’ के दौरान महिलाओं को लेकर दिए विवादास्पद बयान के बाद मुश्किलों में घिर गए हैं। उन्होंने भले ही अपने बयानों के लिए माफी मांग ली है लेकिन प्रशासकों की समिति (सीओए) के अध्यक्ष विनोद राय इससे संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने गुरुवार को कहा कि इन दोनों क्रिकेटरों ने जो कहा है उसकी भरपाई माफी नहीं बल्कि कड़ी सजा से होगी। इसके लिए उन्होंने दोनों क्रिकेटरों पर दो मैचों का प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की है।
राय ने बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी को एक ईमेल लिखा है। वहीं, सीओए की अन्य सदस्य और पूर्व कप्तान डायना इडुल्जी ने यह मामला बीसीसीआई की विधि शाखा के पास भेजा है। राय ने अपने ईमेल में लिखा, मैंने दोनों खिलाड़ियों के टीवी शो पर दिए बयान को लिखित में पढ़ा है। यह बहुत ही मूर्खतापूर्ण है। कोई भी माफी इसकी भरपाई नहीं कर सकती है। मैंने सीओए सदस्य डायना इडुलजी से पेनल्टी के बारे में बात की है, क्योंकि मैंने इसका वीडियो नहीं देखा है। पर मुझे लगता है कि इन दोनों को दो मैचों के लिए निलंबित किया जाना चाहिए।