तमिलनाडु के बाद अब मुंबई में भी बृहन्मुंबई महानगर पालिका यानि बीएमसी के सभी स्कूलों में ‘वंदे मातरम’ गाना अनिवार्य हो सकता है। जी हां, BMC ने गुरुवार(10 अगस्त) को वंदे मातरम अनिवार्य करने का प्रस्ताव पारित कर दिया है। अब इस पर आखिरी फैसला महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को लेना है।
फाइल फोटो: HTन्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, इस बारे में जानकारी देते हुए मुंबई के मेयर ने कहा कि BMC के स्कूलों में वंदे मातरम को अनिवार्य करने के लिए BMC ने नोटिस पास कर दिया है, अब सरकार द्वारा इस पर अंतिम फैसला लिया जाएगा। अगर फडणवीस सरकार की तरफ से भी इस प्रस्ताव को हरी झंडी मिल जाती है तो बीएमसी के सभी स्कूलों में वंदे मातरम गाना अनिवार्य हो जाएगा।
BMC passes notice of motion to make Vande Matram compulsory in BMC run schools; will be sent to state govt for final decision: Mumbai Mayor pic.twitter.com/wtPH1WNrRx
— ANI (@ANI) August 10, 2017
दरअसल, राष्ट्रवाद के नाम पर छिड़ी बहस के बीच पिछले दिनों बीजेपी नगरसेवक संदीप पटेल इस संदर्भ में एक प्रस्ताव लाए थे। इस प्रस्ताव में बीएमसी समेत सभी अनुदानित स्कूलों में वंदे मातरम गाना अनिवार्य करने की मांग रखी गई थी। संदीप ने अपने प्रस्ताव में कहा कि देशभक्ति की ज्योति भावी पीढ़ी में बनाए रखने के लिए सप्ताह में दो दिन स्कूलों में वंदे मातरम गाया जाना चाहिए।
बीजेपी नगर सेवक ने इसके साथ ही कहा था कि बीएमसी सभागृह की तर्ज पर स्थायी, सुधार समेत अन्य सभी समितियों में भी इससे ही कामकाज की शुरुआत की जानी चाहिए। आपको बता दें कि इससे पहले मद्रास हाई कोर्ट ने तमिलनाडु के सभी स्कूलों में सप्ताह में कम से कम दो बार राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम गाना अनिवार्य कर दिया है।
आदेश के मुताबिक, सरकारी व निजी प्रतिष्ठान भी माह में एक बार इसका आयोजन करेंगे। मद्रास हाई कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि बंगाली व संस्कृत में गाने में परेशानी हो तो तमिल में इसका अनुवाद किया जाए। साथ ही कहा कि किसी संस्थान या व्यक्ति को इसे गाने या बजाने में परेशानी हो तो उसके साथ जबरदस्ती न की जाए, लेकिन ऐसा न करने पर कोई ठोस कारण बताया जाना जरूरी है।