उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता वरुण गांधी के स्वागत में पोस्टर लगाने वाले कांग्रेस के दो नेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। पोस्टरों में वरुण गांधी और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को दिखाया गया था और नारा लिखा था, “दुख भरे दिन बीते रे भैया, अब सुख आओ रे (दुख के दिन खत्म होंगे, अच्छे दिन आ रहे हैं)।”
दोनों नेताओं, इरशादुल्लाह और बाबा अभय अवस्थी को अपने आचरण या कार्रवाई का सामना करने के लिए कहा गया है। बता दें कि, आंदोलनकारी किसानों के समर्थन में कई ट्वीट पोस्ट करने के बाद वरुण गांधी के भाजपा से कथित मोहभंग की खबरों से उत्तर प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ता काफी उत्साहित हैं। प्रयागराज से जारी इस पोस्टर से सियासी गलियारे में हलचल तेज हो गई है।
Two #Congress (@INCIndia) leaders, who had put up posters in #Prayagraj welcoming #BJP leader #VarunGandhi, have been served show cause notices. pic.twitter.com/Svx9FgA729
— IANS Tweets (@ians_india) October 13, 2021
समाचार एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बात करते हुए कहा कि, “यह बहुत अच्छा होगा यदि वरुण गांधी कांग्रेस में शामिल हो जाएं और उन्हें मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया जाए। कांग्रेस कुछ ही दिनों में जीवन में वापस आ जाएगी। उनके चचेरे भाइयों के साथ कोई टकराव नहीं होगा, क्योंकि वे राष्ट्रीय नेता हैं।” वरुण गांधी पहले ही कांग्रेस में शामिल होने की अफवाहों को ‘निराधार’ बता चुके हैं।
बता दें कि, हाल ही में भाजपा ने अपनी नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा की है। 80 सदस्यीय कार्यकारिणी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर कई केंद्रीय मंत्रियों, राज्य के कई नेताओं के नाम शामिल हैं। इस सूची में लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी जैसे दिग्गजों को फिर से शामिल किया गया है। वहीं, इस सूची में वरुण गांधी और मेनका गांधी का नाम नहीं है। जिससे पार्टी में उनके भविष्य के बारे में अटकलें लगाई जा रही हैं।