“अरविंद केजरीवाल ने रिपब्लिक टीवी पर विज्ञापन दिया, वह दिल्ली क्यों नहीं छोड़ती?”: ज़ोमैटो के खिलाफ ट्वीट करने पर स्वरा भास्कर को किया गया ट्रोल

0

अर्नब गोस्वामी के समाचार चैनल ‘रिपब्लिक टीवी’ पर विज्ञापन देने के लिए फूड डिलीवरी ऐप ज़ोमैटो के फैसले के खिलाफ ट्वीट करने के बाद बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गई है, यूजर्स उन्हें ट्रोल करते हुए जमकर खरी-खोटी सुना रहे हैं। यूजर्स अभिनेत्री पर पाखंड का आरोप लगा कह रहे हैं कि, अरविंद केजरीवाल ने भी रिपब्लिक टीवी पर करोड़ों रुपये के विज्ञापन दिया है, उसपर उन्होंने क्यों नहीं कुछ कहा। रिपब्लिक टीवी को विज्ञापन देने के अरविंद केजरीवाल के फैसले पर क्यों उन्होंने चुप्पी साध रखी है।

स्वरा भास्कर

दरअसल, बुधवार को #DefundTheHate कैंपेन के तहत बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने कहा कि फूड डिलीवरी ऐप ज़ोमैटो ‘रिपब्लिक भारत’ न्यूज़ चैनल को अपने विज्ञापन के ज़रिए फंड करता है। साथ ही उन्होंने रिपब्लिक भारत पर समाज में ज़हर घोलने वाले कंटेट को प्रसारित करने का आरोप लगाया।

स्वरा ने ट्विटर पर लिखा, “ज़ोमैटो मैं आपकी नियमित ग्राहक हूं। क्या आप #DefundTheHate से जुड़कर रिपब्लिक भारत जैसे समाज में ज़हर घोलने वाले चैनल से अपना विज्ञापन हटाएंगे? मैं अप्रत्यक्ष रूप से भी बड़े पैमाने पर सांप्रदायिक घृणा फ़ैलाने वाले चैनल पर अपने पैसे से फंडिंग नहीं करना चाहती। कृपया अपने उपभोक्ताओं को बताएं।”

स्वरा के इस ट्वीट का जवाब देते हुए ज़ोमैटो ने अपने ट्वीट में लिखा, “स्वरा, कृपया ध्यान दें, हम अपने ब्रांड के अलावा किसी दूसरे कंटेंट का समर्थन नहीं करते हैं। हम इस मामले की जांच कर रहे हैं।”

स्वरा भास्कर के इस ट्वीट के बाद अर्नब गोस्वामी के समर्थक ज़ोमाटो को सोशल मीडिया पर ट्रोल कर रहे हैं। साथ ही दक्षिणपंथी ट्विटर यूजर्स ज़ोमैटो को न इस्तेमाल करने की धमकी भी दे रहे हैं। इसके साथ ही कई यूजर्स स्वरा को भी ट्रोल करते हुए उन्हें जमकर खरी-खोटी सुना रहे हैं। यूजर्स का कहना है कि, अरविंद केजरीवाल ने भी रिपब्लिक टीवी पर करोड़ों रुपये के विज्ञापन दिया है, उसपर उन्होंने क्यों नहीं कुछ कहा। रिपब्लिक टीवी को विज्ञापन देने के अरविंद केजरीवाल के फैसले पर क्यों उन्होंने चुप्पी साध रखी है।

देखें कुछ ऐसे ही ट्वीट:

Previous articleअर्नब गोस्वामी को लग सकता है एक और बड़ा झटका, रिपब्लिक टीवी पर विज्ञापन देने के फैसले पर पुनर्विचार कर रही है ज़ोमैटो
Next articleउत्तराखंड: दुष्कर्म में विफल रहने पर युवकों ने 17 वर्षीय किशोरी की नाक काटी, लगे 16 टांके