जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के बागी नेता शरद यादव और अली अनवर को सोमवार रात राज्यसभा से अयोग्य करार दिया गया। राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू की तरफ से देर रात शरद यादव को भेजे गए पत्र में यह जानकारी दी गई।
फाइल फोटो- शरद यादव और अली अनवरन्यूज़ एजेंसी भाषा की ख़बर के मुताबिक, रात करीब साढ़े दस बजे शरद यादव के निवास पर भेजे गए 23 पन्नों के पत्र में कहा गया है कि, तत्काल प्रभाव से आपकी राज्यसभा की सदस्यता समाप्त की जा रही है। शरद यादव फिलहाल चुनाव प्रचार के सिलसिले में गुजरात में हैं।
राज्यसभा के सभापति जदयू के इस तर्क से सहमत थे कि दोनों वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी के निर्देशों का उल्लंघन करते हुए और विपक्षी दलों के कार्यक्रमों में शामिल होकर स्वेच्छा से अपनी सदस्यता त्याग दी।
जदयू अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के महागठबंधन छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ मिलकर सरकार बनाने के बाद से ही शरद यादव उनसे नाराज चल रहे थे। पार्टी नेताओं के खिलाफ जाकर उन्होंने राजद प्रमुख लालू प्रसाद की ‘बीजेपी भगाओ देश बचाओ’ रैली में हिस्सा लिया था और उसके मंच से नीतीश कुमार पर निशाना भी साधा था।
बता दें कि, अगस्त में ही जेडीयू ने शरद यादव को राज्यसभा में पार्टी के नेता के पद से हटा दिया था और उनकी जगह आरसीपी सिंह को नेता बनाया गया था।
शरद यादव को पिछले वर्ष सदन के लिए चयनित किया गया था और उनका कार्यकाल 2022 में खत्म होने वाला था। अनवर का कार्यकाल अगले वर्ष की शुरुआत में खत्म होने वाला था। जदयू के पूर्व अध्यक्ष वर्तमान में बीजेपी के खिलाफ चुनाव प्रचार के लिए गुजरात में हैं और वह खुद को अयोग्य ठहराए जाने पर आज प्रतिक्रिया दे सकते हैं।
वहीं, सदस्यता रद्द होने पर अली अनवर ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी उस वक्त मिली जब वे राजकोट में एक मीटिंग में शामिल थे। उन्होंने कहा कि वे शरद यादव से बात करेंगे और फैसला साथ ही लिया जाएगा।
I received the information while I was addressing a meeting here in Rajkot.I will speak to Sharad Yadav ji and we will take a decision together. We will appeal at all those places where there is possibility for us to get justice: Ali Anwar pic.twitter.com/FHdCGidtEF
— ANI (@ANI) December 4, 2017