राज ठाकरे ने PM मोदी को झूठा और पीयूष गोयल को बताया बेकार

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मुंबई के एल्फिंस्टन रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार(29 सितंबर) को हुई भगदड़ में 22 लोगों की मौत हो गई थी जबकी करीब 40 लोग घायल हो गए थे, अब इस मामले पर राजनीति गरम हो गई है। महाराष्ट्र की फडणवीस सरकार की सहयोगी पार्टी शिवसेना सहित कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों ने केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोला है।

लेकिन अब मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, हमें पाकिस्तान जैसे दुश्मनों या आतंकियों की जरूरत ही क्या है? ऐसा लगता है कि लोगों की जान लेने के लिए हमारी अपनी रेलवे ही काफी है। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि, ‘मुंबई में स्थानीय रेलवे के मौजूदा ढांचे में जब तक सुधार नहीं किया जाता, हम बुलेट ट्रेन के लिए एक भी ईंट नहीं रखने देंगे।’

साथ ही राज ठाकरे ने कहा, “हमने कभी भी कोई ऐसा प्रधानमंत्री नहीं देखा, जो इतना बड़ा झूठा है। उन्होंने बड़े बड़े वादे किए और फिर उन्हें चुनावी जुमलों के रूप में भुला दिया। कोई भी इस प्रकार झूठ कैसे बोल सकता है।” राज ठाकरे ने दावा किया कि बुलेट ट्रेन परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए ही सुरेश प्रभु के स्थान पर पीयूष गोयल को रेल मंत्री बनाया गया है। उन्होंने कहा, “प्रभु अच्छे थे, गोयल किसी काम के नहीं हैं।”

साथ ही राज ठाकरे ने कहा कि 5 अक्टूबर को ऐसे हादसों की लिस्ट रेलवे को सौंपेंगे और कहा कि अगर फिर भी सही कदम नहीं उठाए गए तो वे अपने तरीके से हालात पर काबू पाएंगे। राज ठाकरे ने ऐलान किया है कि वे 5 अक्टूबर को मोर्चा निकालेंगे और वेस्टर्न रेलवे हेडक्वॉटर पहुंचकर रेलवे के लिए इंफ्रास्टक्रचर के बारे में पूछेंगे।

आपको बता दें कि, जापान के पीएम शिंजो आबे और नरेंद्र मोदी ने 14 सितंबर को गुजरात के साबरमती स्टेडियम ग्राउंड में बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की नींव रखी थी। इस ट्रेन के चलने से मुंबई-अहमदाबाद के बीच 500 किलोमीटर की दूरी 2 घंटे में तय की जा सकेगी। 1.20 लाख करोड़ का ये प्रोजेक्ट 2022 तक पूरा होने की उम्मीद है।

बता दें कि एल्फिंस्टन रेलवे स्टेशन पर यह हादसा सुबह करीब दस बजकर चालीस मिनट पर हुआ। उस वक्त बारिश हो रही थी और फुटओवर ब्रिज पर खासी भीड़ थी। पुलिस को संदेह है कि फुटओवर ब्रिज के पास तेज आवाज के साथ हुए शॉट सर्किट के कारण लोगों में दहशत फैल गई और वह भागने लगे और इसी कारण भगदड़ मच गई।

जिसके बाद भगदड़ की वजह से यह दर्दनाक दुर्घटना हुई। बीएमसी के आपदा प्रबंधन नियंत्रण कक्ष के अनुसार, परेल के केईएम अस्पताल में अभी तक 22 शव लाए गए हैं। एक अधिकारी ने बताया कि घायलों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

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