बॉलीवुड अभिनेत्री और यूनिसेफ की गुडविल एंबेसंडर प्रियंका चोपड़ा इन दिनों चर्चा में हैं। दरअसल अभी तीन दिन पहले प्रियंका चोपड़ा बांग्लादेश के कॉक्स बाजार गई थीं, जहां म्यांमार से जान बचाकर भागे रोहिंग्या मुसलमान शरणार्थी कैंपों में रह रहे हैं। अभिनेत्री ने इस कैंप की तस्वीरें शेयर करते हुए ट्विटर पर लिखा, ”मैं यूनीसेफ की तरफ से बांग्लादेश के कॉक्स बाजार में हूं। ये दुनिया के सबसे बड़े रिफ्यूजी कैंपों में से एक है।”
लेकिन प्रियंका चोपड़ा के इस शरणार्थी कैंप में जाने को लेकर भारत में एक नया विवाद शुरू हो गया है। कुछ लोगों को प्रियंका का वहां जाना काफी अखर रहा है। कुछ लोग प्रियंका के दौरे को धर्म से जोड़कर आपत्ति जता रहे हैं तो कुछ लोग भारत की दिक्कतों को नजरअंदाज करने की शिकायत कर रहे हैं। इस बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद विनय कटियार ने इसे अस्वीकार्य बताया है।
समाचार एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में बीजेपी सांसद विनय कटियार ने प्रियंका के देश में रहने पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। एएनआई के साथ अपनी बातचीत में सांसद विनय कटियार ने कहा, ”प्रियंका चोपड़ा जैसे लोग रोहिंग्या मुस्लिमों की हकीकत नहीं जानते हैं। रोहिंग्या मुस्लिमों को इस देश में रहने की इजाजत नहीं दी जा सकती है और जो उनसे हमदर्दी रखते हों, उन्हें भी इस देश में रहने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।”
बता दें कि यूनिसेफ की सद्भावना दूत प्रियंका चोपड़ा ने 21 मई को बांग्लादेश के कॉक्स बाजार में रोहिंग्या शरणार्थियों से मुलाकात की और इस संकट को भयावह बताते हुए इससे प्रभावित बच्चों की मदद करने की अपील की। बॉलीवुड की 35 वर्षीय अभिनेत्री प्रियंका बांग्लादेश की यात्रा पर थीं। उन्होंने कहा कि रोहिंग्या शरणार्थियों के बच्चों को एक सुरक्षित भविष्य देने के लिए दुनिया को साथ आने की जरूरत है।
अभिनेत्री ने इंस्टाग्राम पर रोहिंग्या शरणार्थियों के बच्चों के साथ कई तस्वीरें पोस्ट करते हुए कहा, “2017 की दूसरी छमाही में दुनिया ने म्यामां (बर्मा) में जातीय जनसंहार देखा।
प्रियंका चोपड़ा ने आगे लिखा, ”इस हिंसा ने 700,000 रोहिंग्या मुस्लिमों को बांग्लादेश भागने पर मजबूर कर दिया, जिनमें से 60 फीसदी बच्चे हैं. इस घटना के कई महीने बाद भी वह सहमे हुए है और बेहद भीड़-भाड़ वाले शिविरों में रह रहे हैं और उन्हें यह भी नहीं पता कि उनका क्या होगा और वह हर दिन इस डर में जीते हैं कि अगली बार भोजन कब मिलेगा।” प्रियंका ने कहा है कि दुनिया को इन बच्चों पर ध्यान देने की जरूरत है।