अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ द्विपक्षीय वार्ता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार(26 जून) देर रात व्हाइट हाउस पहुंचे। ट्रंप ने पीएम मोदी का जोरदार आगवानी की। व्हाइट हाउस पहुंचने पर खुद अमेरिकी राष्ट्रपति और उनकी पत्नी मेलानिया ने उनका जोरदार स्वागत किया। इस दौरान पीएम मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप का आभार व्यक्त किया। वहीं राष्ट्रपति ट्रंप ने पीएम मोदी को धन्यवाद दिया।

पीएम मोदी करीब चार घंटे तक अमेरिकी राष्ट्रपति के निवास पर रहे। यह मोदी की ओवल आॅफिस में किसी अमेरिकी राष्ट्रपति से तीसरी मुलाकात थी। इससे पहले वह सितंबर 2014 और जून 2016 में पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा से मिले थे। लेकिन ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद ये उनकी पहली मुलाकात थी।
पीएम मोदी से अपनी वार्ता से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत बहुत अच्छा काम कर रहा है और ऐसे महान प्रधानमंत्री का स्वागत करना सम्मान की बात है।
जब दोनों नेता बैठक के लिए बैठे तब मोदी ने गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए ट्रंप और उनकी पत्नी के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि उनका स्वागत भारत के 125 करोड़ नागरिकों का स्वागत है।
इस मुलाकात के दौरान पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने आंतकवाद और उसके सुरक्षित ठिकानों को मिलकर खत्म करने का संकल्प लिया है। प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ट्रंप ने एक बार फिर से पीएम मोदी को अपना सच्चा मित्र करार दिया।
ट्रंप ने कहा कि दोनों देश की नौसेनाएं जापान की नेवी के साथ मिलकर साझा अभ्यास करेंगी। साझा बयान में कट्टर इस्लामिक आतंकवाद को लोकतंत्र के लिए खतरा बताते हुए इससे मिलकर निपटने का आह्वान किया गया है। मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति को सपरिवार भारत आने का न्योता भी दिया। जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया।
डोनाल्ड ट्रंप ने आतंकवाद पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि अमेरिका और भारत मिलकर इस्लामिक आतंकवाद का खात्मा करेंगे। दोनों देशों के बीच आतंकवाद के मसलों पर इंटेलिजेंस शेयरिंग को लेकर भी सहमति बनी है। ट्रंप ने कहा कि हम आतंकवाद और उनके सुरक्षित ठिकानों को निशाना बनाएंगे। इसके अलावा उन्होंने अफगानिस्तान में भारत के सहयोग के लिए भी धन्यवाद दिया।