पूर्व रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी बोले- गरीबों की तकलीफें बढ़ा रहा है लॉकडाउन, भुखमरी रोकने के लिए हस्तक्षेप करें प्रधानमंत्री

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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध किया कि कोरोना वायरस (कोविड-19) पर काबू के लिए लागू लॉकडाउन के कारण पैदा हालात से देश में आयी भुखमरी की स्थिति को रोकने के लिए वह तुरंत हस्तक्षेप करें। कांग्रेस नेता ने कहा कि जमीनी हालात ‘‘बहुत मुश्किल भरे’’ हैं और अब समय आ गया है कि प्रधानमंत्री गरीबों के लिए राहत और अर्थव्यवस्था के लिए वित्तीय पैकेज की घोषणा करें।

लॉकडाउन

एंटनी ने समाचार एजेंसी पीटीआई (भाषा) से कहा, ‘‘हालात बहुत मुश्किल हैं। प्रधानमंत्री को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए। वरना भूख के कारण मौतें होंगी।’’ उन्होंने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया कि वे प्रवासी श्रमिकों, गरीबों, समाज के वंचित तबकों की दिक्कतों को समझें और उन्हें राशन व नकदी सहित राहत पैकेज दें। उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के लिए वित्तीय पैकेज देने की भी मांग की। उन्होंने कहा, ‘‘अब समय आ गया है कि प्रधानमंत्री गरीबों के लिए राहत और अर्थव्यवस्था के लिए वित्तीय पैकेज की घोषणा करें।’’

इस दिशा में तत्काल कदम उठाने की मांग करते हुए एंटनी ने कहा कि लॉकडाउन के कारण अर्थव्यवस्था की गति थम गई है और यदि समय पर कदम नहीं उठाया गया तो बहुत देर हो जाएगी। उन्हें लगता है, ‘‘ऐसा नहीं होने पर, देश में पूर्ण आर्थिक संकट की स्थिति होगी।’’ एंटनी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर चिंता जतायी है कि अगर सरकार ने तुरंत हस्तक्षेप नहीं किया तो देश में कोविड-19 के मुकाबले भूख से ज्यादा लोग मरेंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री से कहा, ‘‘इस हादसे से किसी भी कीमत पर बचना होगा।’’

कांग्रेस नेता ने कहा कि पूरी दुनिया में यह स्पष्ट है कि अगर रोकथाम नहीं किया गया तो यह वायरस पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था को बिगाड़ कर रख देगा और इससे बड़ी संख्या में लोगों की मौत होगी। एंटनी ने कहा कि हालांकि, उन्होंने शुरुआत में लॉकडाउन का समर्थन किया था लेकिन इन पाबंदियों से आर्थिक संकट पैदा हो रहा है और दिन-प्रतिदिन वह जटिल होता जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे में मुश्किल हालात में सरकार को हमारे नागरिकों को वित्तीय सहायता देनी होगी।’’

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