समाजवादी पार्टी(सपा) के एक और विधान परिषद सदस्य(MLC) ने शुक्रवार(4 अगस्त) को सदन की सदस्यता से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) का दामन थाम लिया। बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद भी सपा को लगातार झटके लग रहे हैं। इस पहले अभी हाल ही में सपा के दो एमएलसी ने पार्टी छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए थे। विधान परिषद के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सपा सदस्य डॉक्टर सरोजिनी अग्रवाल ने सदन की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है। उनका कार्यकाल वर्ष 2021 में समाप्त होना था। सरोजिनी बाद में प्रदेश की महिला एवं परिवार कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी और ग्राम्य विकास राज्यमंत्री महेन्द्र सिंह की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हो गयीं।
सरोजिनी ने संवाददाताओं से कहा कि सपा में दो फाड़ होने के बाद उनका पार्टी में मन नहीं लग रहा था, इसलिये उन्होंने यह कदम उठाया। उन्होंने कहा कि मैं नेताजी सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की वजह से दो बार विधान परिषद सदस्य बनी। उन्होंने कहा कि अब नेताजी पार्टी में सक्रिय नहीं हैं। मेरी किसी से नाराजगी नहीं है।
मैं सभी का बहुत सम्मान करती हूं। जब से पार्टी में टूट हुई तब से मुझे बहुत अटपटा लगता था। यह कह सकते हैं कि मेरा मन नहीं लगता था। इस मौके पर बीजेपी प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने इस घटनाक्रम के बारे में कहा कि इससे साबित हो गया है, कि आम आदमी ही नहीं बल्कि अन्य विरोधी पार्टयिों के नेताओं का भी नरेन्द्र मोदी तथा पार्टी अध्यक्ष अमित शाह में विश्वास बढ़ा है।
बता दें कि पिछले एक सप्ताह के दौरान सपा के विधान परिषद सदस्य द्वारा इस्तीफा दिये जाने का यह तीसरा मामला है। इससे पहले गत 29 जुलाई को सपा के बुक्कल नवाब और यशवंत सिंह उच्च सदन की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद बीजेपी में शामिल हो गये थे। इन दोनों के साथ ही बसपा के ठाकुर जयवीर सिंह ने भी पार्टी छोड़ बीजेपी में शामिल हुए थे। बता दें कि यह तीनों MLC गत शनिवार(29 जुलाई) को एक साथ इस्तीफा दिया था।