केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के खिलाफ जमीन कब्जाने को लेकर FIR दर्ज, तेजस्वी ने CM नीतीश पर बोला हमला, कहा- क्या आप अब बीजेपी से गठबंधन तोड़ेंगे?

0

कई बार विवादास्पद बयान देकर मीडिया की सुर्खियों में रहने वाले बिहार से भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के सांसद और मोदी सरकार में लघु उद्योग केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के खिलाफ जमीन फर्जीवाड़े को लेकर एफआईआर दर्ज की गई है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और 3 सीओ सहित 33 लोगों के खिलाफ दानापुर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। दर्ज मामले में अनुसूचित जाति, जनजाति अत्याचार निरोधक अधिनियम की धारा की जोड़ी गई है।

फाइल फोटो- केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह

न्यूज़ 18 हिंदी की रिपोर्ट के मुताबिक, राम नारायण प्रसाद के परिवाद पत्र पर सुनवाई के बाद पटना अपर जिला एवं सत्र न्यायधीश-2 सह विशेष न्यायाधीश एसटी/एससी के न्यायालय ने जांच का आदेश दिया था। राम नारायण प्रसाद दानापुर के आसोपुर गांव के निवासी हैं।

परिवाद पत्र में वादी ने सभी आरोपियों पर 2 एकड़ 56 डिसमिल जमीन पर जबरन कब्जा करने का आरोप लगाया है। साथ ही जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए धमकी देने की बात कही है। गिरिराज सिंह पर सीधे तौर पर कोई आरोप नहीं लगाया गया है, न ही यह बताया गया है कि मंत्री ने जमीन को खरीदा या बेचा।

वहीं, गिरिराज सिंह के ऊपर जमीन कब्जाने के मामले में FIR दर्ज होने पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बेटे और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है। तेजस्वी ने ट्वीट कर कहा कि, गिरिराज सिंह वही मंत्री हैं, जिनके घर से करोड़ों रुपये कैश की बरामदगी हुई थी, मगर इसके बावजूद भी वह ईमानदार हैं।

तेजस्वी ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि, ‘नीतीश जी, आपकी नाक के नीचे आपके दुलारे सहयोगी दल के वरिष्ठ नेता और आपके प्यारे केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने लगभग 3एकड़ गरीबो की जमीन पर जबरन कब्ज़ा कर लिया है।’ तो ऐसे में क्या आप अब बीजेपी से गठबंधन तोड़ेंगे?, नीतीश पर तंज कसते हुए तेजस्वी ने पूछा कि क्या अब मुख्यमंत्री अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर इस्तीफा देंगे?

वहीं, उन्होंने एक अन्य ट्वीट में पीएम मोदी से पूछा की, ‘क्या आपकी सरकार इसी ईमानदारी की बात करती है जहां गरीबों को घर देने की बजाय आपके कैबिनेट मंत्री गरीबों की जमीन पर ही कब्ज़ा कर रहे है? कृपया आप अपने स्तर से मामले को देखना क्या पता ये मंत्री महोदय कहीं उन गरीबों को ही पाकिस्तान भेजने की बात करने लगे।’

 

 

Previous articleकेंद्र पर बरसे अन्ना हजारे, बोले- ‘किसानों की नहीं, अंबानी-अडानी जैसे उद्योगपतियों के बारे में सोचती है मोदी सरकार’
Next articleGorakhpur children massacre: To hide its criminal negligence, Adityanath govt punished Dr Kafeel Khan, Dr RK Misra and wife Dr Purnima Misra