कांग्रेस महासचिव और राजस्थान के प्रभारी अविनाश पांडे ने बुधवार (15 जुलाई) को कहा कि अगर प्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट अपनी ‘गलतियों’ के लिए माफी मांग लें तो बात बन सकती है, लेकिन हर चीज की समयसीमा होती है।
बता दें कि, उप मुख्यमंत्री और राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद सचिन पायलट ने स्पष्ट किया है कि वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल नहीं हो रहे हैं। राजस्थान में सियासी संकट के बीच कांग्रेस ने मंगलवार (14 जुलाई) को सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री पद और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से छुट्टी कर दी थी। इसके बाद से ही उनके भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने की अटकलें तेज हो गईं।
सचिन पायलट के बयान के बारे में पूछे जाने पर अविनाश पांडे ने समाचार एजेंसी पीटीआई (भाषा) से कहा, ‘‘भगवान उनको सद्बुद्धि दे। जिस पार्टी ने उनको पाला-पोसा और बड़ा किया वह उनसे एक जिम्मेदार नेता होने की अपेक्षा करती है। उनको मेरा यही संदेश है।’’ उन्होंने यह आरोप फिर दोहराया कि अशोक गहलोत सरकार को गिराने की साजिश में पायलट शामिल थे।
यह पूछे जाने पर कि क्या अब भी पायलट के लिए कांग्रेस में कोई गुंजाइश है तो उन्होंने कहा, ‘‘गुंजाइश क्यों नहीं होती? पांच दिनों से गुंजाइश ही गुंजाइश थी।’’ फिर यह सवाल करने पर कि क्या अब भी पायलट के लिए दरवाजे खुले हुए हैं तो कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘‘दरवाजे हमेशा खुले रहते हैं, खुले हैं।’’
अगर पायलट ‘सरकार गिराने की साजिश’ के लिए अपनी गलती स्वीकार कर लें और माफी मांग लें तो बात बन सकती है के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित रूप से बन सकती है। लेकिन हर चीज की समयीमा होती है। जो उन्होंने गलतियां की हैं अगर उनके लिए माफी मांग लेते हैं तो सब हो सकता है।’’
गौरतलब है कि, अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ बगावती रुख अपनाने वाले 42 वर्षीय सचिन पायलट एवं उनके साथी नेताओं के खिलाफ कांग्रेस ने मंगलवार को कड़ी कार्रवाई की। पायलट को उपमुख्यमंत्री पद के साथ-साथ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया। सचिन पायलट के अलावा विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा को भी मंत्रिमंडल से बाहर कर दिया गया है। माना जा रहा है कि वह जल्द ही अपने अगले कदम के बारे में कोई निर्णय करेंगे।