वध के लिये पशु बाजार में पशुओं की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने वाली हालिया केंद्र सरकार की अधिसूचना पर गोवा की बीजेपी सरकार भी सहमत नहीं है। इस फैसले पर आपत्ति जताते हुए गोवा सरकार केंद्र को पत्र लिखने जा रही है। राज्य के एक मंत्री ने शनिवार(17 जून) को कहा कि इस अधिसूचना ने स्थानीय लोगों के मन में आशंकाएं पैदा की हैं। इन आशंकाओं को दूर करने के लिए वह केंद्र सरकार को पत्र लिखेंगे।
राज्य के कृषि मंत्री विजय सरदेसाई ने कहा कि मैंने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर से चर्चा की है और उन्होंने कहा कि वह केंद्र को पत्र लिखेंगे। सरदेसाई ने कहा कि राज्य सरकार कुछ निश्चित आपत्ति उठाने के साथ पशुओं के प्रति क्रूरता रोकथाम अधिनियम पर अधिसूचना के लिये कुछ सुधारात्मक सुझाव देने जा रही है।
उन्होंने कहा कि अधिसूचना ने गोवा के लोगों के मन में आशंकाएं पैदा कर दी हैं। उन्हें यह डर है कि सरकार हर किसी को शाकाहारी बनाना चाहती है। मंत्री ने कहा कि गोवा में कुछ अहम वर्ग बीफ खाते हैं और लोगों के मन इसे लेकर शंका है जिन्हें स्पष्ट किए जाने की आवश्यकता है।
सरदेसाई के अनुसार संबंधित केंद्रीय मंत्री ने भी पर्रिकर से बात की और उन्हें अधिसूचना को लेकर आपत्तियों के बारे में लिखने के लिए कहा। बता दें कि केंद्र सरकार ने हाल ही में वध के लिए मवेशी बाजारों से पशुओं की खरीद और फरोख्त पर प्रतिबंध लगा दिया है।
हालांकि, इससे पहले गोवा सरकार के मंत्री मनोहर अजगांवकर ने कहा था कि इस फैसले से गोवा में पर्यटन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। गौरतलब है कि यूपी, महाराष्ट्र और हरियाणा सहित बीजेपी शासित कई राज्यों में बीफ पर पाबंदी लगाई गई है। गोवा में ईसाई और मुसलमानों की आबादी 39-40 फीसदी है और बीफ उनके खान-पान का हिस्सा है।