इस वक्त देशभर में चुनावी माहौल गरम है। सभी राजनीतिक पार्टियां एक-एक वोट के लिए घोर संघर्ष कर रही हैं। लोकसभा चुनाव 2019 के 4 चरण खत्म हो चुके हैं जबकि पांचवें चरण की वोटिंग कल (सोमवार को) होनी है। इस बीच इस बीच जम्मू-कश्मीर से एक सनसनीखेज खबर सामने आई है। जम्मू के लेह प्रेस क्लब ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर पत्रकारों को रिश्वत के तौर पर पैसा बांटने की कोशिश करने का आरोप लगाया है।

लेह प्रेस क्लब के मुताबिक, बीजेपी ने क्लब के सदस्यों को ‘पैसों से भरे लिफाफों’ की पेशकश कर रिश्वत देने की कोशिश की। लेह प्रेस क्लब के इस आरोप के बाद घमासान मच गया है। एक तरफ जहां बीजेपी ने इस आरोप से इनकार करते हुए कहा है कि आरोप ‘राजनीति से प्रेरित’ हैं। वहीं, दूसरी तरफ विपक्षी पार्टियों ने बीजेपी को घेरते हुए चुनाव आयोग और जम्मू-कश्मीर पुलिस से इस मामले में कार्रवाई की मांग की है।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने लेह प्रेस क्लब का पत्र शेयर करते हुए इस पूरे मामले में कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा कि चुनाव आयोग और जम्मू-कश्मीर पुलिस को लेह प्रेस क्लब के पत्र का संज्ञान लेना चाहिए।
We expect @JmuKmrPolice & @SpokespersonECI @ECISVEEP to take cognisance of this complaint filed by the Press Club in Leh pic.twitter.com/FCzVj9VBOj
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) May 4, 2019
वहीं, समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, लेह प्रेस क्लब का पत्र सामने आने के बाद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र रैना ने धमकी दी कि यदि प्रेस क्लब सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगता तो मानहानि का मुकदमा दायर किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘बीजेपी इस तरह के आरोपों को बर्दाश्त नहीं करेगी। अगर प्रेस क्लब सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगता तो वह उच्च न्यायालय में मानहानि का मुकदमा दायर करेगी”। रवींद्र रैना ने कहा कि आरोप ‘निराधार और दुष्प्रचार’ हैं तथा यह ‘राजनीति से प्रेरित कदम’ है।