विवाद बढ़ने के बाद पिछले साल अगस्त महीने में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भागलपुर जिले में उजागर करीब 1,500 करोड़ रुपये के ‘सृजन घोटाला’ मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपने के बाद उन्होंने सोचा था कि अब यह मामला शांत हो जाएगा। लेकिन महागठबंधन से अलग होकर और बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाने के बाद सीएम नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को इस घोटाले से दो-चार होना पड़ रहा है।
सृजन घोटाले को लेकर तेजस्वी यादव ने एक बार फिर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सुशील मोदी को घेरे में लिया है। तेजस्वी यादव ने सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर एक पोस्ट करते हुए सृजन घोटाला मामले में उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के रिश्तेदारों के शामिल होने का सनसनीखेज आरोप लगाया है। तेजस्वी ने सुशील मोदी की कथित बहन रेखा मोदी और भांजी उर्वशी मोदी को इस घोटाले में करोड़ों रुपये का लाभ होने का आरोप लगाया है।
उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट में रेखा और उर्वशी की बैंक डिटेल्स भी शेयर की हैं। जिनके द्वारा उन्होंने सृजन एनजीओ के नाम पर दोनों के अकाउंट में करोड़ों रूपए ट्रांसफर होने का दावा किया है। तेजस्वी ने ट्वीट कर कुछ दस्तावेज पेश किए हैं जिसमें सृजन घोटाले में प्रयोग किए गए बैंक अकाउंट में घोटाले का पैसा डाले जाने का खुलासा करने का दावा किया है। इसमें सुशील मोदी की बहन रेखा मोदी और भांजी उर्वशी मोदी के खातों में ट्रांजेक्शन किए जाने का सुबूत पेश किया है।
तेजस्वी ने सीबीआई से इस मामले में नीतीश कुमार और सुशील मोदी का नाम नहीं लेने और उनसे इस घोटाले को लेक कोई सवाल ना करने का भी कारण पूछा है। उन्होंने अपने ट्वीट कर सवाल उठाया है कि सृजन घोटाले में सुशील मोदी और नीतीश कुमार भी प्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए हैं तो सीबीआई इन लोगों से सवाल क्यों नहीं पूछ रही है? तेजस्वी ने पूछा है कि नीतीश कुमार और सुशील मोदी को इसकी जानकारी नहीं होगी क्या एेसा संभव है?
तेजस्वी ने आगे लिखा कि मैं साबित कर सकता हूं कि सीएम नीतीश कुमार को घोटाले की जानकारी थी। जिसके बावजूद लूट होती रही और वह आंख बंद किए रहे। इसमें पार्टी के नेता सीधे रूप से जुड़े थे और फंडिंग जारी था। राजद नेता ने ट्वीट पर लिखा है कि ‘मैं मीडिया हाउस से आग्रह करता हूं कि सृजन घोटाले में भ्रष्टाचार और लूट हुई है। इस बड़े घोटाले में मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, बीजेपी-जेडीयू मंत्री और नेताओं की भागीदारी के सबूत है।’
दरअसल, यह सृजन घोटाला धीरे-धीरे एक बड़े घोटाले का रूप लेता जा रहा है। यह घोटाला सामने आने के बाद अब भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को लगातार घेर रहे हैं। सृजन घोटाले की जांच में अब तक करीब 1500 करोड़ रुपए के घोटाले की बात सामने आई हैं, जबकि आरजेडी का दावा है कि घोटाला 2500 करोड़ का है।